हर कोई गुस्से में गाली देता है, ये तो आपने देखा ही है और कहीं ना कहीं आप भी देते ही होंगे. ये भी जानते ही हैं जब किसी को गुस्‍सा आता है तो वो सामने वाले को गालियां देकर अपनी भड़ास निकालता है. ऐसे में गालियां औरतों के नाम पर बनी हैं लेकिन क्‍या आपने कभी ये सोचा है कि आखिरकार महिलाओं के नाम पर गालियां क्‍यों बनाई गईं हैं. गालियों की भाषा में औरत, उसके शरीर या उसके रिश्‍ते का इस्‍तेमाल होता है. कभी हिंसा में तो कभी सेक्‍शुअल तंज के साथ लोग गालियां देते हैं. आज आपको बता देते हैं ऐसा क्यों है और किस लिए करते हैं लोग ऐसा. इन गालियों को प्रयोग अब लोग इतना ज्‍यादा करने लगे हैं कि अब तो ये हमारी आम बोलचाल का हिस्‍सा बन गईं हैं. महिलाओं पर गालियां बनना, समाज का एक अलग आईना दिखाती हैं. * नीचा दिखाने के लिए करते है औरतों का इस्तेमाल औरतों पर बनी गालियां हमारे समाज के काले सच को उजागर करती हैं जहां आज भी किसी को नीचा दिखाने के लिए औरतों का इस्‍तेमाल किया जाता है. अगर आपकी किसी के साथ लड़ाई हो जाती है और आप उसे नीचा दिखाना चाहते हैं या अपने मन की भड़ास निकालना चाहते हैं तो उन्‍हें गालियां देते हैं वो भी मां..बहन..की. * गालियों से होती है औरतों की गरिमा की हानि इससे पता चलता है कि औरतों का आज भी इस्‍तेमाल हो रहा है. आप और हम कहीं ना कहीं इस बात से सहमत हैं कि औरतों पर गालियां बनना गलत बात है, इससे औरतों की गरिमा की महिमा को हानि पहुंचती है. इस देश में नहीं कर सकते आप लिपलॉक, मिलेगी कड़ी सजा दूल्हे राजा ने अपनी पत्नी नहीं बल्कि पीएम मोदी के नाम की लगाई मेहंदी इस देश में महिलाओं को कहा जाता है 'नाग', जानिए अन्य देशों में क्या कहा जाता है