कौटिल्य कहलाए जाने वाले आचार्य चाणक्य अर्थशास्त्र के बहुत बड़े विद्वान् है उनकी कही और लिखी हुई बातो में से आज कुछ बाते आपको बताने जा रहे है. आचार्य चाणक्य बताते है कि कुछ लोगो की भलाई करने के बजाय उनसे दूरी बनाना ही बेहतर है. जिसमे पहले नंबर पर आता है मुर्ख व्यक्ति. यदि किसी मुर्ख व्यक्ति से सम्पर्क में है तो उससे दूर ही रहे. उसे ज्ञान देकर हम उसकी भलाई करने के बारे में सोचते है. किन्तु वह कहते यही भैंस के आगे बिन बजाने का कोई फायदा नहीं. वही कुछ ऐसा यह होता दिखाई देगा, आप कितना ही मुर्ख व्यक्ति को समझा दे वह नहीं समझेगा. बल्कि फिजूल के तर्क-वितर्क करेगा जिससे समय का नुकसान ही है. दूसरा है चरित्रहीन व्यक्ति, यदि ऐसे व्यक्ति को जानते है जिसका चरित्र ठीक नहीं है तो उससे दूरी बनाना ही बेहतर है. ऐसी लोगो की भलाई करने पर भी हमारा ही नुकसान होता है. घर-परिवार और समाज में भले व्यक्ति हो अपमानित होना पड़ता है. जो लोग अपने जीवन से संतुष्ट नहीं है, ईर्ष्या भाव रखते हो, बिना कारण दुखी रहते हो उनसे भी दूर ही रहना चाहिए. ये भी पढ़े ये है तो फेमस हिन्दू-मुस्लिम जोड़ियां, जो है काफी शानदार बाबा रामदेव ने सरकारी स्कूल छोड़ घर से भाग कर ली वैदिक शिक्षा अजान है आगाज नमाज की ओर, कामयाबी की ओर