दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की फैमिली के अधिवक्ता विकास सिंह ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि दिवंगत अभिनेता की मौत केस में सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की पड़ताल की रफ़्तार अचानक धीरे हो गई है तथा पूरा ध्यान ड्रग संबंधी मुद्दों की तरफ केंद्रित हो गया है। अब इस केस में एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के अधिवक्ता सतीश मानेशिंदे ने एम्स पर आरोप लगाया है। रिया के अधिवक्ता ने कहा है कि जिस प्रकार एम्स के चिकित्सकों ने तस्वीरों के आधार पर पड़ताल कर ली, यह खतरनाक ट्रेंड है। वही सीबीआई को चाहिए कि वह एक नया मेडिकल बोर्ड बनाए। उन्होंने कहा है कि बिहार चुनाव के मद्देनजर पूर्व तय नतीजों तक पहुंचने के लिए एजेंसियों पर दबाव डाला जा रहा है। साथ ही मानेशिंदे ने कहा कि दिवंगत अभिनेता की मौत के केस में डॉ। गुप्ता की अगुवाई वाली टीम में एम्स के एक चिकित्सक के निष्कर्ष का खुलासा, फोटो के आधार पर करना भयंकर प्रवृत्ति है। निष्पक्ष इन्वेस्टिगेशन के लिए, CBI को नए मेडिकल बोर्ड का गठन करना चाहिए। साथ ही रिया के अधिवक्ता ने कहा कि एजेंसियों पर दबाव डाला जा रहा है कि वह बिहार इलेक्शन के दौरान पहले से ही निर्धारित किए नतीजे तक पहुंच जाएं। डीजीपी पांडे के वीआरएस को कुछ दिन पूर्व ही हमने देखा है। ऐसे कदम फिर से ना उठाए जाएं। वही इससे पूर्व दिवंगत अभिनेता के परिवार के एडवोकेट ने ट्वीट कर दावा किया था कि 'एम्स टीम का भाग रहे डॉक्टर ने मुझे बहुत पहले बताया था कि मैंने उन्हें जो फोटो भेजी थीं, वे 200 प्रतिशत इस बात की तरफ संकेत करती हैं कि यह गला दबाने से हुई मौत थी, सुसाइड नहीं था।' इसी के साथ ये मुद्दा अब थोड़ा धीमा हो गया है। ड्रग केस: धर्मा प्रोडक्शन के एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर क्षितिज प्रसाद गिरफ्तार, घर से मिले थे ड्रग्स बेटी की तस्वीर शेयर कर अक्षय और ट्विंकल ने किया बर्थडे विश एनसीबी पूछताछ के दौरान दीपिका ने कबूली ड्रग्स चैट की बात