जाने मानी अडाणी ग्रीन एनर्जी ने एस्सेल ग्रीन एनर्जी तथा एस्सेल इंफ्राप्रोजेक्ट्स से 205 मेगावॉट की परिचालन वाली सौर परसंपत्तियों का अधिग्रहण पूर्ण कर लिया है। अडाणी ग्रीन एनर्जी (एजीईएल) ने 29 अगस्त 2019 को एस्सेल ग्रीन एनर्जी तथा एस्सेल इंफ्राप्रोजेक्ट्स से 205 मेगावॉट की दस सौर ऊर्जा परिसंपत्तियों का 1,300 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने का ऐलान किया था। वही एजीईएल ने शेयर मार्केटों को भेजी तहरीर में कहा है कि ये प्रॉपर्टी पंजाब, कर्नाटक तथा यूपी में स्थित हैं। 'सभी का विभिन्न प्रदेशो की बिजली वितीण कंपनियों के साथ दीर्घावधि का बिजली क्रय करार (पीपीए) है। यह पोर्टफोलियो अभी नया है। इनका औसतन पीपीए अभी लगभग 21 वर्ष शेष है।' वही इस सिलसिले में अडाणी ग्रीन एनर्जी के मेनेजिंग डायरेक्टर एवं मुख्य कार्यपालक अफसर (सीईओ) विनीत जैन ने कहा कि, 'यह एजीईएल को 2025 तक 25 गीगावॉट की अक्षय ऊर्जा कंपनी बनाने की दिशा में एक और कदम है।' वही इसके लिए कंपनी की रणनीति अगले पांच सालों में नवीकरणीय ऊर्जा इलाके में 1,12,000 करोड़ रुपये इन्वेस्टमेंट करने की है। ध्यान हो कि जून 2020 में ही अडाणी ग्रीन एनर्जी ने बताया था कि उसे एसईसीआई से भारत में आठ गीगावॉट बिजली उत्पादन क्षमता का विकास करने तथा दो गीगावॉट क्षमता के यंत्र विनिर्माण संयंत्र की स्थापना के लिए 45,000 करोड़ रुपये का ठेका प्राप्त हुआ है। एजीईएल ने बताया कि ठेके के अनुसार वह आठ गीगावॉट के सौर प्रोजेक्ट का विकास करेगी तथा साथ-साथ दो गीगावॉट के अलावा सौलर सेल तथा माड्यूल विनिर्माण क्षमता की स्थापना भी की जाएगी। साथ ही कई बदलाव हो सकते है। आज फिर सस्ता हुआ डीजल, जानिए क्या है पेट्रोल का भाव अगर पीएम किसान योजना के तहत पाना है 6000 रुपए, तो 31 मार्च से पहले कर लें ये काम लक्ष्मी विलास बैंक में होगा बड़ा बदलाव, RBI जल्द लेगी फैसला