टोक्यो: Tokyo Olympics में भारत के खाते में एक और पदक आ सकता है. स्टार गोल्फर अदिति अशोक ने अपने शानदार प्रदर्शन से मेडल की उम्मीद जगा दी है. अदिति महिलाओं के व्यक्तिगत स्ट्रोक प्ले के तीसरे दौर के बाद दूसरे पायदान पर हैं. अदिति के पास स्वर्ण पदक जीतने का शानदार मौका है. यदि खराब मौसम के चलते शनिवार (7 अगस्त) को चौथा और फाइनल राउंड नहीं होता है, तो अदिति को रजत पदक मिल सकता है. वहीं, यदि फाइनल राउंड पूरा होता है, तो अदिति गोल्ड मेडल पर कब्ज़ा कर सकती है. बता दें कि 23 वर्षीय अदिति अशोक बेंगलुरु की हैं. Making #IND proud. ????@aditigolf | #Olympics pic.twitter.com/EbHQP34P3Q — LPGA (@LPGA) August 6, 2021 यदि अदिति मेडल जीत जाती हैं, तो भारतीय गोल्फ के लिए यह ऐतिहासिक पल होगा. भारत ने अब तक ओलंपिक में गोल्फ में मे पदक नहीं जीता है. पांच वर्ष पूर्व तक अदिति अशोक गोल्फ के दिग्गजों के बीच अपना समय बिताते नज़र आती थीं. रियो ओलंपिक 2016 में वह महिला गोल्फ प्रतियोगिता में सबसे कम आयु की प्रतियोगी थीं. लेकिन अब वक़्त बदल चुका है और वह Tokyo Olympics में मेडल जीतने की ओर अग्रसर हैं. अदिति ने कहा कि, 'रियो ओलंपिक में खेलने से मुझे अनुभव मिला. खेल गांव में रहना और एथलीटों को देखना बेहतरीन अनुभव था. इस ओलंपिक में मुझे लगता है कि मैं अच्छा फिनिश करूंगी. मैं पदक जीतने का प्रयास करूंगी.' बता दें कि यह सिर्फ चौथी बार है, जब ओलंपिक में गोल्फ खेला जा रहा है. महिला वर्ग के गोल्फ मुकाबले बुधवार को कासुमिगासेकी कंट्री क्लब में आरंभ हुए थे. पहले दिन स्वीडन की मेडलिन सैगस्ट्रॉम ने 66 का कार्ड खेला और शीर्ष पर रहीं. अदिति अशोक ने पहले दिन 4 अंडर 67 का कार्ड खेला था. वह पहले दिन के बाद अमेरिका की नेली कोर्डा (67) संयुक्त रूप से दूसरे पायदान पर थीं. 23 वर्षीय अदिति अशोक ने गुरुवार को दूसरे राउंड में और शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 5 बर्डी लगाते हुए 66 का कार्ड खेला, किन्तु वह विश्व की नंबर एक गोल्फर नेली कोर्डा से पिछड़ गईं. जब मेजर ध्यानचंद ने ठुकरा दिया था 'हिटलर' का ऑफर, मिली थी 'हॉकी के जादूगर' की उपाधि हॉकी नहीं पहलवानी करना चाहते थे मेजर ध्यानचंद, फिर इस तरह हुआ राष्ट्रिय खेल से प्रेम ओलंपिक में हारी महिला हॉकी टीम पर हुई धनवर्षा, खिलाड़ियों को मिलेंगे इतने रुपये