मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना (यूबीटी) ने अपने संगठन में अहम बदलाव करते हुए नई जिम्मेदारियां सौंपी हैं। पार्टी की एक बैठक में आदित्य ठाकरे को विधिमंडल (अर्थात विधानसभा और विधान परिषद दोनों) का नेता सर्वसम्मति से चुना गया। भास्कर जाधव को विधानसभा में विधायक दल का नेता बनाया गया, जबकि सुनील प्रभु को मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी दी गई है। विधानसभा में पार्टी के विधायकों के लिए आदित्य ठाकरे की बात अंतिम मानी जाएगी, और ठाकरे गुट के सभी फैसले सुनील प्रभु के हस्ताक्षर से जारी होंगे। आदित्य ठाकरे अब विधानसभा और विधान परिषद दोनों में पार्टी का नेतृत्व करेंगे, जबकि भास्कर जाधव केवल विधानसभा में पार्टी विधायकों का नेतृत्व करेंगे। बैठक में यह निर्णय पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की उपस्थिति में लिया गया। हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में महाविकास अघाड़ी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा, जबकि महायुति ने भारी बहुमत के साथ 230 सीटें जीतीं। महाविकास अघाड़ी को सिर्फ 46 सीटें मिलीं, जिसमें कांग्रेस को 16, ठाकरे गुट को 20, और शरद पवार के गुट को 10 सीटें मिलीं। निर्दलीय और अन्य को 12 सीटें हासिल हुईं। आदित्य ठाकरे ने वर्ली निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की, लेकिन इस बार उनका जीत का अंतर 2019 के मुकाबले कम रहा। 2019 में उन्होंने 67,427 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी, जबकि इस बार यह अंतर 8,801 वोट तक सिमट गया। ठाकरे गुट की हालिया बैठक में नवनिर्वाचित विधायकों ने हिस्सा लिया, जिसमें नए गुट नेताओं और सदन के प्रतिनिधियों का चयन किया गया। बैठक में उद्धव ठाकरे ने अध्यक्षता की और पार्टी संगठन को मजबूत बनाने के लिए नए नेताओं को जिम्मेदारियां दी गईं। इस्लामाबाद में डटे PTI कार्यकर्ता, बुशरा बीबी बोलीं- इमरान को लिए बिना नहीं जाएंगे अडानी पर सरकार को घेरने की कोशिश में कांग्रेस, शाम को संसदीय समिति की बैठक विवाद बढ़ने के बाद तेलंगाना सरकार ने लौटाए अडानी के 100 करोड़, जानिए मामला?