राजगढ़: मध्य प्रदेश के राजगढ़ से एक अनोखी घटना सामने आई है यहाँ एक बंदर ने ऐसा तहलका मचा रखा था कि प्रशासन के होश उड़ गए थे। नगर निगम अध्यक्ष ने बंदर को पकड़ने के लिए इस के सिर पर 21 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। इनामी बंदर को उज्जैन से आई 5 सदस्यी विशेष टीम ने ड्रोन की सहायता से खोज निकाला तथा बाद में ट्रैंकुलाइज कर पिंजरे में कैद किया। पिछले कई दिनों से लोग इस बंदर के आंतक से परेशान थे। बंदर ने 20 से अधिक व्यक्तियों को काटा था। चोटिल व्यक्तियों में 8 बच्चे भी सम्मिलित हैं। बंदर छत पर अचानक आकर हमला करता। मामले में वन विभाग टालमटोल कर बचता दिखाई दे रहा था। आखिरकार बंदर के आतंक से परेशान जिम्मेदार नागरिकों ने बुधवार को कलेक्टर से वार्ता की। आनन-फानन में उज्जैन से वन विभाग की टीम को बुलाया गया। यही नहीं नगर के युवा भी दिन भर बंदर को पकड़ने के लिए प्रयास करते दिखाई दिए। राजगढ़ नगर में लाउडस्पीकर से अपील की गई कि अगर किसी को बंदर दिखाई दिए तो तत्काल इसकी खबर नगरपालिका कर्मचारियों और वन विभाग की टीम को दे। बताया जाता है कि राजगढ़ शहर में बंदर के निरंतर हो रहे हमलों से लोग आक्रोशित थे। लोगों ने बंदूकें उठा ली एवं बंदर की खोजबीन में जुट गए थे। जिलाधिकारी हर्ष दीक्षित को जब पता चला कि शहर के लोगों ने बंदर को मारने के लिए बंदूकें उठा ली हैं तो उन्होंने तत्काल वन विभाग के अफसरों से वार्ता की। कलेक्टर ने बंदर को पकड़ने के लिए टीम बुलाने के निर्देश दिए। तत्पश्चात, उज्जैन से वन विभाग की विशेष टीम बंदर को पकड़ने राजगढ़ पहुंची। राजगढ़ के रेंजर ने बताया उज्जैन संभाग की विशेष टीम को बंदर को पकड़ने के बुलाया गया था। टीम में 5 लोग सम्मिलित थे। ड्रोन की सहायता से सर्चिंग की गई तो बंदर राजगढ़ के संस्कृति होटल के पास दिखाई दिया। बंदर लोकेशन बदलता रहा। वह स्वामी विवेकानंद स्कूल के समीप पहुंचा तो स्पेशल टीम ने दो गन शॉट मारा। बंदर बेहोश हो गया। अब बंदर को राजगढ़ वन विभाग की निगरानी में रखा गया है। टीम अगले 2 दिन तक राजगढ़ में ही रहेगी। टीम यह पता लगाएगी कि कहीं कोई अन्य बंदर तो यह हमला नहीं कर रहा था। बाद में यह टीम बंदर को लेकर देवास रवाना होगी, जहां इसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा। टीम के सामने सबसे बड़ी चुनौती बंदर की लोकेशन का पता लगाना था। इसके लिए ड्रोन कैमरे काम में लगाए गए। राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष विनोद साहू ने कहा कि बंदर ने लगभग 15 दिनों से आतंक मचा रखा था। फॉरेस्ट एवं नगर पालिका की टीम हर रोज उसे पकड़ने में जुटती थी, मगर वह हाथ नहीं आ रहा था। बंदर को पकड़ने का काम वन विभाग का था, फिर भी हमने बंदर को पकड़ने के लिए 21 हजार रुपये इनाम का ऐलान किया था।