फाल्गुन माह की पूर्णिमा को होली का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन का न सिर्फ धार्मिक वरन आध्यात्मिक महत्व भी है। शास्त्रों में होली को लेकर कई तरह की बातें कही गई हैं। इनका ध्यान रखने से व्यक्ति एक सुखी एवं खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकता है। कई धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक होलिका दहन अपने आप में एक कर्मकांड है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं होली के दिन करने वाले कुछ ऐसे उपाय के बारे में, जो आर्थिक तंगी मिटा सकते हैं तथा आपके घर पर आने वाली सभी परेशानियों से आपके घर को बचा सकते हैं। कहते हैं इस उपाय को करने के लिए जिस स्थान पर होलिका जलने वाली है उस स्थान पर गड्ढा खोदकर अपनी बीच की उंगली, महिलाएं अपने बाएँ हाथ तथा पुरुष अपने दाहिने का हाथ नाप ले, उतने ही मात्रा में थोड़ा सा चांदी, पीतल और थोड़ा सा लोहा का टुकड़ा ले। अब इन धातुओं के टुकड़े को मिट्टी से ढांक दें। तत्पश्चात, इसके ऊपर लाल गुलाल से स्वास्तिष्क का चिन्ह बना दे और जब होलिका पूजन हो जाये तो एक पान के पत्ते पर थोड़ा सा कपूर, हवन सामग्री, शुद्ध घी में डुबाया हुआ दो लौंग और बताशे ले तथा इन सभी चीजों को दूसरे पान के पत्ते से ढक दे और फिर इसे अपने हाथ में लेकर सात बार होलिका का परिक्रमा करते हुये 'ॐ भगवते वासुदेवाय नमः' मंत्र का जाप करे। वही अब यह करने के बाद सभी सामग्री को होलिका में चढ़ाए तथा फिर पूजा के बाद होलिका को प्रणाम कर घर आ जाना चाहिए। अब इसके पश्चात् अगले दिन फिर पान की वहीं सामग्री वाली क्रिया करनी है और जो धातु आपने होलिका के जलाने वाले स्थान पर दबाई थी, उसे निकाल लेना है। अब आप इन धातुओं को किसी सुनार के पास ले जाए तथा अपनी बीच की उंगली के नाप का छल्ला बनवा ले, पुरुष अपने दाहिने हाथ और महिलाएं अपने बाएँ हाथ के नाप छल्ला बनवा ले और पंद्रह दिन बाद शुक्ल पक्ष के बृहस्पतिवार वाले दिन, इसे आप अपने बीच की उंगली में धारण कर लें। कहते हैं जो व्यक्ति ऐसा करता है उसके पास धन की कभी कमी नहीं होती है। चैत्र नवरात्रि में घटस्थापना की अवधि मात्र 01 घंटा 09 मिनट, यहाँ जानिए शुभ मुहूर्त रंगभरी एकादशी पर अपनाएं ये चमत्कारी उपाय, ख़त्म होगी सारी अड़चनें सूख गया है तुलसी का पौधा तो तुरंत अपना लें ये चमत्कारी उपाय