काबुल. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के पुराने शहर के बीचों बीच मौजूद गुरुद्वारे में घुसकर बुधवार को बंदूकधारियों ने हमला बोल दिया, जिसमें कम से कम चार लोगों की जान चले गई. यह जानकारी एक स्थानीय सिख सांसद ने दी है . बता दें कि सिख समुदाय यहां अल्पसंख्यक है. अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि पुलिस हमले की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंच चुकी है, किन्तु गोलीबारी अभी जारी है. सांसद नरिंदर सिंह खालसा ने बताया कि गुरुद्वारे के भीतर मौजूद एक शख्स ने उन्हें फोन किया और हमले के बारे में बताया जिसके बाद वह सहायता करने के लिए वहां पहुंचे. उन्होंने कहा कि हमले के समय गुरुद्वारे के भीतर लगभग 150 लोग थे और हमले में कम से कम 11 लोगों की मौत हुई है. खालसा ने कहा कि पुलिस हमलावरों को वहां से बाहर निकालने की कोशिश कर रही है. अभी तक किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. किन्तु तालिबान के प्रवक्ता जुबिहुल्ला मुजाहिद ने ट्वीट करते हुए कहा है कि हमले में तालिबान का हाथ नहीं है. हालांकि इस महीने की शुरुआत में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से संबद्ध एक संगठन ने काबुल में अल्पसंख्यक शिया मुस्लिमों के एक धार्मिक समागम पर हमला किया था जिसमें 32 लोगों की जान गई थी. 18 हज़ार मौतें, 4 लाख से अधिक संक्रमित, पूरी दुनिया के लिए 'काल' बना कोरोना पूरी दुनिया लॉकडाउन लेकिन चीन में काम शुरू, फैक्ट्रियों में वापस लौटे कर्मचारी कोरोना को लेकर WHO का बड़ा दावा, हवा में वायरस फैलने को लेकर कही ये बात