काबुल: खुद को अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित करने वाले पंजशीर घाटी के बेटे अमरुल्लाह सालेह ने पाकिस्तान और तालिबान की नापाक जोड़ी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अफगानिस्तान से भागने की जगह पंजशीर घाटी में अपना ठिकाना बनाने वाले अमरुल्लाह सालेह ने कहा कि पाकिस्तान के लिए हमारा देश इतना बड़ा है कि वो अफगानिस्तान को निगल नहीं पाएगा। अमरुल्ला सालेह ने व्हाइट हाउस के एक पूर्व अधिकारी के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि अपने इतिहास को आतंकवादी संगठनों के अपमान और झुकने पर एक अध्याय न बनने दें। सालेह ने ट्वीट करते हुए कहा कि, ''देशों को कानून के राज का सम्मान करना चाहिए न कि हिंसा का। अफगानिस्तान, पाकिस्तान के लिए इतना बड़ा है कि वो उसे निगल नहीं सकता है, आप अपने इतिहास में ऐसा अध्याय न होने दें, जिसमें आतंकी संगठनों के सामने झुकने या बेइज्जत होने का उल्लेख हो।'' बता दें कि जब 15 अगस्त को आतंकी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान पर अधिकार कर लिया और अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए, तो अमरुल्ला सालेह ने ऐलान कर दिया कि वह किसी भी परिस्थिति में तालिबान के सामने नहीं झुकेंगे। 17 अगस्त को, उन्होंने खुद को कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित करते हुए कहा कि अफगानिस्तान के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति की अनुपस्थिति, पलायन, इस्तीफे या मृत्यु में, पहला उपाध्यक्ष कार्यवाहक राष्ट्रपति बनता है। उन्होंने कहा, "मैं इस वक़्त अपने देश में ही हूं और वैध कार्यवाहक राष्ट्रपति हूं। मैं सभी नेताओं का समर्थन और सर्वसम्मति प्राप्त करने के लिए उनसे संपर्क कर रहा हूं।" तालिबान को बड़ा झटका, IMF ने रोकी अफगानिस्तान को मदद जानिए क्या है शरिया कानून? महिलाओं के लिए है कितना खतरनाक ऑस्ट्रेलियाई सेना के लिए काम करने वाले अफगानी ट्रांसलेटर को तालिबानी आतंकियों ने मारी गोली