काबुल: तालिबान द्वारा शासित अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में पूर्व महिला सांसद मुर्सल नबीजादा और उनके बॉडीगार्ड की गोली मारकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। हमलावरों का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। बता दें कि अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद मुर्सल नबीजादा अपना घर छोड़कर नहीं गईं थीं। फ़िलहाल, पुलिस इस हत्याकांड की जाँच कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय पुलिस के प्रमुख मोल्वी हमीदुल्लाह खालिद ने बताया है कि मुर्सल नबीजादा और उनके गार्ड का क़त्ल स्थानीय समयानुसार शनिवार (14 जनवरी) को तड़के 3 बजे हुआ। इस हमले में, नबीजादा का भाई और एक अन्य गार्ड भी जख्मी हो गया है। वहीं, तीसरा सुरक्षाकर्मी रुपए और जेवरात लेकर मौके से भाग निकला है। खालिद ने यह भी बताया है कि नबीजादा अपने घर की पहली मंजिल पर मृत पाई गईं। इस फ्लोर को वह अपने दफ्तर के रूप में इस्तेमाल करतीं थीं। हालाँकि, जब खालिद से उनकी हत्या के संभावित कारणों को लेकर पुछा गया, तो उन्होंने कोई जवाब देने से इनकार कर दिया। वहीं, अफगानिस्तान की पूर्व सरकार में एक अधिकारी रहे अब्दुल्ला ने नबीजादा की हत्या पर दुख प्रकट करते हुए उन्हें लोगों का प्रतिनिधि और सेवक कहा है। अब्दुल्ला ने कहा है कि वह उम्मीद करते हैं, नबीजादा के कातिलों को कड़ी सजा मिलेगी। अफगानिस्तान की पूर्व सांसद मरियम सोलेमानखिल ने भी मुर्सल नबीजादा की मौत पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, 'वह एक सच्ची पथ-प्रदर्शक, एक मजबूत, मुखर महिला थीं। जो खतरे के बाद भी पूरे यकीन के साथ खड़ी रहीं। अफगानिस्तान छोड़ने का अवसर मिलने के बाद भी उन्होंने यहाँ रहने और अपने लोगों के लिए लड़ने का निर्णय लिया। हमने एक हीरा खो दिया है, मगर उसकी विरासत जीवित रहेगी। उनकी आत्मा को शांति मिले।' पाकिस्तान के बाद अब इस इस्लामी देश पर मंडराया खाद्य संकट, 3 गुना हुए रोटी के दाम इंडोनेशिया में भूकंप ने मचाई तबाही, सामने आया लाइव Video एक भी जीवित नहीं बचा.., नेपाल विमान हादसे के पीछे कारण क्या ? ब्लैक बॉक्स से खुलेंगे राज़