वाशिंगटन: अफ्रीकी-अमेरिकी अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को बीते मंगलवार यानीं 9 जून 2020 को उनके शहर ह्यूस्टन में दफनाया गया. जंहा जॉर्ज फ्लॉयड को यहां एक गिरजाघर में श्रद्धांजलि सभा के बाद दफ़न किया गया. इस सभा में 500 से अधिक शोक संतप्त लोग शामिल हुए. वहीं इस बता का पता चला है कि फ्लॉयड की 25 मई 2020 को मिनियापोलिस में पुलिस हिरासत में मौत के बाद नस्लवादी विवाद के विरोध में अमेरिका समेत कई अन्य देशों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन शुरू हो चुके थे. हथकड़ी लगे अश्वेत व्यक्ति फ्लॉयड की गर्दन को श्वेत पुलिस अधिकारी द्वारा घुटने से दबाए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा. वीडियो में यह साफ़ नज़र आ रहा है कि अधिकारी कम से कम आठ मिनट तक अपने घुटने से 46 वर्षीय फ्लॉयड की गर्दन दबाए रखता है. इस दौरान फ्लॉयड सांस रुकने की बात कहता नजर आता है. आप उस वीडियो में देख सकते है कि इसके बाद उसका हिलना-डुलना और बोलना बंद हो जाने पर भी पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन अपना घुटना नहीं हटाता. यह वीडियो एक राहगीर ने बनाया था. वीडियो में नजर आ रहे सभी चार पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाए गए हैं. फ्लॉयड की मौत के बाद लगातार हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. कई स्थानों पर लूटपाट की घटनाएं भी हुई हैं. अंत्येष्टि के लिए फ्लॉयड का शव शनिवार को यहां लाया गया था. उन्हें उनकी मां के पास दफनाया गया. बीते दो हफ्ते से फ्लॉयड घर-घर में जाना-पहचाान नाम बना गया और दुनियाभर में नस्लवाद के खात्मे के लिए एक अभियान की पहचान बन गया. सफेद घोड़े वाली घोड़ागाडी में जब फ्लॉयड को सुनहरे ताबूत में अंत्येष्टि के लिए ले जाया जा रहा था तो तेज गर्मी के बावजूद सैकड़ों लोग रास्ते में और अंत्येष्टि स्थल के बाहर खड़े हुए थे. फ्लॉयड की छह साल की बेटी जियाना भी अपनी मां के साथ इस श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुई, हालांकि वह नहीं जानती है कि उसके पिता की मौत कैसे हुई. फ्लॉयड की याद के सम्मान में टेक्सास सदर्न यूनिवर्सिटी ने उनकी बेटी को पूर्ण स्कॉलरशिप देने की घोषणा की है. भारत-ऑस्ट्रेलिया ने किया रक्षा समझौता, चीन बोला- ये हमें घेरने की कोशिश खाने की तलाश में भटक रहा था हाथी, करंट लगने से हो गई मौत सुंदर पिचाई के जन्मदिन पर जानें उनके बारें में दिलचस्प बातें