नई दिल्ली: श्रद्धा वॉकर हत्याकांड पर बॉम्बे हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपांकर दत्ता की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। शनिवार (19 नवम्बर) को उन्होंने भारत में बढ़ रहे साइबर अपराध पर चिंता प्रकट की है। जस्टिस दीपांकर ने कहा कि इंटरनेट पर हर चीज आसानी से मिल जाने के सकारात्मक के साथ नकारात्मक नतीजे भी होते हैं। बॉम्बे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दत्ता ने यह बयान पुणे में टेलीकॉम डिस्प्यूट स्टेटमेंट अपीलेट ट्रिब्यूनल (TDSAT) के ‘टेलीकॉम, ब्रॉडकास्टिंग, IT और साइबर सेक्टर्स में डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन मैकेनिज्म’ सेमिनार को संबोधित करते हुए दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सेमिनार में बोलते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि लोगों ने श्रद्धा हत्याकांड के संबंध में अख़बारों में पढ़ा होगा। उन्होंने इस मामले को, मुंबई में प्रेम और दिल्ली में खौफ की संज्ञा दी। उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार से अपराधों में वृद्धि इसलिए हो रही है, क्योंकि इंटरनेट के जरिए लोगों को वो सभी चीजें आसानी से मिल जाती हैं, जिसकी तो तलाश करते हैं। जस्टिस दत्ता का कहना है कि, उन्हें उम्मीद है कि भारत सरकार भी इस दिशा में गंभीरता के साथ विचार कर रही होगी। जस्टिस दीपांकर के अनुसार, हालॉंकि भारत में दूरसंचार विधेयक मौजूद है, मगर भविष्य की चुनौतियों के लिए एक मजबूत कानून आवश्यक होगा। जस्टिस दत्ता ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने निजी सम्मान की रक्षा करते हुए समाज में सभी को इंसाफ दिलाने की दिशा में कोशिश करनी होगी। न्यायाधीश ने लोगों से इसे एक टारगेट के तौर पर लेने का अनुरोध किया है। कांग्रेस के कार्यक्रम से बिना किसी कारण हटा दिए गए थरूर, क्या अब भी नाराज़ है गांधी परिवार ? अपने ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दे सकता है PNB बैंक, ATM विथड्रॉ में हो सकता है ये बदलाव आतंकियों की गोलीबारी में 'आतंकी सज्जाद' ही मारा गया, अनंतनाग में हुआ था एनकाउंटर