मेरठ: करीब 11 साल पहले उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक घटना ने खूब सुर्खियां बटोरी थी, जब तत्कालीन समाजवादी पार्टी सरकार के एक प्रमुख नेता, आजम खान, की भैंसें चोरी हो गई थीं। अखिलेश यादव उस समय मुख्यमंत्री थे, और आजम खान राज्य के कैबिनेट मंत्री थे। यह घटना इस कदर चर्चा में आ गई थी कि राज्य की पुलिस पूरी ताकत से उन भैंसों को ढूंढने में जुट गई थी। इस मामले को लेकर पुलिस ने दिन-रात एक कर दिया था, और आखिरकार भैंसें बरामद कर ली गईं। इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली और नेताओं की ताकत को लेकर कई सवाल खड़े किए थे। आजम खान की भैंस चोरी की घटना आज भी लोगों के ज़हन में ताजा है, क्योंकि यह दिखाती है कि किसी बड़े नेता के लिए राज्य की पुलिस किस हद तक जुट सकती है। अब एक बार फिर से मेरठ में ऐसी ही एक घटना सामने आई है। परतापुर थाना क्षेत्र के घाट गांव में रहने वाली एक महिला की 5 भैंसें चोरी हो गई हैं। इस महिला के परिवार की पूरी आजीविका इन्हीं भैंसों के दूध पर निर्भर थी। महिला ने पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन शुरुआत में उसकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। महिला ने हार न मानते हुए एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह से मुलाकात की, जिन्होंने मामले को गंभीरता से लिया और परतापुर पुलिस के साथ सर्विलांस टीम को भी भैंसों की तलाश में लगाया। एसपी सिटी ने महिला को भरोसा दिलाया है कि भैंसों को जल्द से जल्द ढूंढ निकाला जाएगा। घटना के अनुसार, करीब 10 दिन पहले, चोर महिला के घर में घुसकर 5 भैंसों को चुरा ले गए। परिवार के लोग सुबह जब दूध निकालने के लिए उठे, तो उन्होंने देखा कि सभी भैंसें गायब हैं। काफी तलाश के बावजूद उनका कोई सुराग नहीं मिला, जिसके बाद महिला पुलिस के पास पहुंची। यह घटना यह दिखाती है कि भले ही मामला भैंसों की चोरी का हो, लेकिन जब किसी गरीब परिवार की रोजी-रोटी का सवाल हो, तो यह घटना कितनी बड़ी और संवेदनशील हो जाती है। पुलिस द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की जा रही है, और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही महिला की भैंसें बरामद हो जाएंगी। 'युद्ध ख़त्म कर देंगे अगर..', रूस ने भारत समेत अन्य देशों को बताई 5 शर्त कहीं आप भी तो नहीं खा रहे लैब में बना चाइनीज़ लहसुन? ऐसे करें पहचान 'मैं रातों को सो नहीं पा रही..', प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से सीएम ममता की भावुक अपील