नई दिल्ली : सहारा इंडिया परिवार के चेयरमैन सुब्रत रॉय जब 27 माह बाद जेल से बाहर आए, तो मीडिया का तांता लगा हुआ था। लेकिन वो अपने उसी पुराने लिबास में कार में बैठे और चलते बने। रिहा होने के बाद वो सीधे लखनऊ पहुंचे, जहां वे अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। सुप्रीम कोर्ट द्वारा उन्हें चार सप्ताह के पेरोल पर रिहा किया गया है। पेरोल मिलने के बाद वो रात 8 बजे तिहाड़ जेल से बाहर आए, जहां से उन्हें एक विशेष विमान के द्वारा अमौसी ले जाया गया। इतने दिनों तक जेल में रहने बाद वो थोड़े कमजोर और थके हुए से लग रहे थे। गौरतलब है कि सुब्रत रॉय की मां छबि रॉय का शुक्रवार को देहांत हो गया। वो लंबे समय से बीमारी से जूझ रही थी। उनके साथ उनके बहनोई अशोक रॉय चौधरी को भी पैरोल मिली। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें लखनऊ, हरिद्वार और गंगा सागर जाने की अनुमति दी। इस दौरान सादी वर्दी में पुलिस वाले उनके साथ रहेंगे। लखनऊ पहुंचते ही उनके कर्मचारी से लेकर रिश्तेदार तक उनसे मिलने पहुंचे थे। सुब्रत रॉय सभी से विनम्रता पूर्वक मिले।