लम्बे समय के बाद धोनी ने बताया कप्तान बनने का राज

इंडियन क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने 10 साल बाद एक खुलासा किया है. दबाब की स्थिति में सूझबूझ से कप्तानी कर टीम को हार के मुँह से निकालने वाले धोनी ने इस राज पर से पर्दा हटा दिया है कि वह किस तरह टीम के कप्तान बने थे. विश्व का पहला टी-20 विश्वकप जीतने वाली टीम के कप्तान रहे धोनी ने बताया है कि वह किस प्रकार 2007 विश्वकप के दौरान उन्हें कप्तान पद के लिए चुना गया था.

'द प्रिंट' नाम के वेब पोर्टल को दिए गए इंटरव्यू में महेंद्र सिंह धोनी ने बताया कि, 'मैं उस वार्तालाप या बैठक में नहीं था जब मुझे भारतीय टीम के कप्तान के रूप में चुना गया था. यह सबकुछ मेरे योग्यता और गेम को परखने की निर्भरता पर मिली.' धोनी ने कहा कि, 'अपने खेल (क्रिकेट) को पढ़ना एक महत्वपूर्ण बात है. उस वक्त मैं सबसे युवा खिलाड़ियों में से एक था. जब भी सीनियर खिलाड़ियों द्वारा मेरा दृष्टिकोण जानने की कोशिश की जाती थी तो मैं कभी भी अपनी बात रखने में हिचक नहीं करता था.

टीम के पूर्व कप्तान ने कहा कि, उस वक्त की टीम सदस्यों के साथ मेरा व्यवहार सभी खिलाड़ियों के प्रति बेहद अच्छा रहा, शायद इन्हीं वजहों से मुझे नए फॉर्मेट का कप्तान बनाया.'

 

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