नेता विपक्ष बनने के बाद विश्व स्तर पर बढ़ा राहुल गांधी का कद, अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने फोन लगाकर की बात .! कांग्रेस समर्थकों का दावा सच या...

नई दिल्ली: राहुल गांधी के नेता विपक्ष बनने के बाद से कांग्रेस समर्थकों द्वारा उनकी छवि को बढ़ाने के लिए तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। हालाँकि, इनमे से कुछ तथ्यों के आधार पर बिलकुल ही गलत निकलते हैं। जैसे खुद अग्निवीर को लेकर, राहुल गांधी का दावा गलत निकला था। नेता विपक्ष के जिम्मेदार पद पर होते हुए राहुल गांधी ने सदन में कहा था कि, अग्निवीरों को शहादत पर कुछ नहीं दिया जाता। इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें बताया था कि अग्निवीरों को बलिदान होने पर 1 करोड़ रुपए दिए जाते हैं, ये बात भारतीय सेना की वेबसाइट पर भी मौजूद है, इसके बाद खुद सेना ने आकर बयान दिया कि एक करोड़ दिए जाते हैं, फिर शहीद के परिजनों ने भी कहा कि उन्हें एक करोड़ मिले हैं। इसके अलावा राज्य सरकार अपनी तरफ से कुछ देना चाहे, तो वो उन पर निर्भर करता है, क्योंकि भारतीय सेना तो सीधे केंद्र के अधीन आती है। इसके बाद राहुल ने अपना बयान बदल दिया और कहा कि ये तो इंश्योरेंस मिला है, मुआवज़ा नहीं। 

अब राहुल गांधी को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा एक और दावा किया जा रहा है। जिसमे कहा जा रहा है कि, नेता विपक्ष बनने के बाद राहुल गांधी का कद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत बढ़ गया है और दुनिया उन्हें भविष्य के प्रधानमंत्री के रूप में देख रही है। खैर यहाँ तक बात ठीक है। लेकिन आगे कांग्रेस समर्थकों और कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा यहाँ तक दावा कर दिया गया कि, इस बढ़ते कद का असर ये हुआ कि अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने खुद फोन लगाकर उनसे बात की और कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। 

शुक्रवार (12 जुलाई) की शाम को सोशल मीडिया पर यह दावा जमकर फैला कि अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने राहुल गांधी से टेलीफोन पर बातचीत की और मुद्दों पर चर्चा की। यह घटनाक्रम कांग्रेस नेता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय राजनेता के रूप में पेश करने के प्रयासों के चलते हुआ है। कई 'पत्रकार', कार्यकर्ता और कांग्रेस के वफादार इस खबर को पोस्ट कर रहे थे। हर्ष तिवारी ने अपने हैंडल पर लिखा कि, "बड़ी खबर! कल अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी से फोन पर बात की। विपक्ष के नेता बनने के बाद राहुल गांधी का कद बहुत बढ़ गया है, अब दुनिया उन्हें भारत के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देख रही है।" 

 

हिंदुस्तान टाइम्स के राजनीतिक संपादक विनोद शर्मा भी यही दावा करने वालों में शामिल रहे। वामपंथ समर्थित अख़बार द टेलीग्राफ ने भी यही दावा किया। टेलीग्राफ ने तो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले हुई इस बातचीत को रेखांकित करते हुए इसे बेहद महत्पूवर्ण बताने की भी कोशिश की। हालाँकि, आज शनिवार (13 जुलाई) की सुबह प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया (PTI) के मुख्य अमेरिकी संवाददाता ललित के झा ने स्पष्ट किया कि ऐसी कोई टेलीफोन बातचीत नहीं हुई थी। झा, अमेरिका में ही रहकर भारत-US संबंधी खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित करने के लिए जाने जाते हैं और उन्हें दोनों देशों के बीच हुई चर्चाओं की सटीक जानकारी रहती है। सोशल मीडिया के दावों को लेकर उन्होंने कमला हैरिस के ऑफिस से संपर्क किया, जहाँ से उन्हें सच्चाई पता चली। आज उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि, "अमेरिकी उपराष्ट्रपति के कार्यालय के अनुसार यह खबर गलत है। कमला हैरिस ने राहुल गांधी से कोई बात नहीं की है। "

बहू को लेकर बोले शहीद कैप्टन अंशुमान के पिता- 'वो चाहे तो छोटे बेटे से करा सकते हैं शादी'

हाथ से उखड़ गई 60 लाख रूपये में बनी सड़क, PWD मंत्री ने उठाया ये बड़ा कदम

महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों में INDIA गठबंधन को झटका, NDA ने 11 में से 9 सीटों पर दर्ज की जीत

 

Related News