हैदराबाद। देश के विभिन्न राज्यों में चुनाव बेहद नजदीक आ गए है और इन चुनावों को मद्देनजर रखते हुए देश भर की तमाम राजनैतिक पार्टियों ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। ऐसे में जो पार्टियां अकेले चुनाव लड़ के जीत हासिल करने का भरोषा नहीं जुटा पा रही है वो दूसरी पार्टियों के साथ मिल कर महागठबंधन का कांसेप्ट अपनाने का विचार कर रही है। सुर्खियां: ये है देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें बिहार के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के कामयाब होने के बाद अब तेलंगाना भी इस फॉर्मूले को आजमाने के लिए तैयार हो गया है। फर्क बस इतना है कि यहाँ इस गठबंधन के सामने सबसे बड़ी चुनौती बीजेपी नहीं बल्कि नहीं तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) है। इस पार्टी को आगामी विधानसभा चुनावों में सत्ता में आने से रोकने के लिए राज्य में कांग्रेस, तेदेपा, भाकपा और टीजेएस (तेलंगाना जन समिति) ने महागठबंधन के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। यह जानकारी तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एन उत्तम कुमार रेड्डी ने अपनी हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में साझा की है। ABVP के कार्यकर्ताओं पर भड़के राहुल, बोले- यह कैसा संस्कार उत्तम कुमार रेड्डी के मुताबिक आने वाले दो-तीन दिनों में महागठबंधन अपने साझा एजेंडे को अंतिम रूप दे देगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि फ़िलहाल महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है लेकिन यह काम भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। ख़बरें और भी आतंकवाद फैलाने में ही नहीं, उसे नकारने में भी महारथी है PAK : सुषमा स्वराज असम: एजीपी ने दी भाजपा को गठबंधन तोड़ देने की धमकी राफेल को लेकर लड़ती रही हमारी सरकारे और चीन ने बना लिया अपना नया लड़ाकू विमान