नई दिल्ली: कैंसर के पश्चात् अब एचआईवी-एड्स जैसी लाइलाज बीमारी का तोड़ संभवतः एक्सपर्ट्स ने निकाल लिया है। एक ऐसी वैक्सीन बनाने में सफलता प्राप्त हुई है, जिसकी सिर्फ एक खुराक से ही HIV संक्रमण को समाप्त किया जा सकता है। इजरायल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स द्वारा तैयार इस वैक्सीन के लैब परिणाम बहुत अच्छे आए हैं। एक्सपर्ट्स ने शरीर में उपस्थित टाइप-बी वाइट ब्लड सेल्स के जीन में कुछ परिवर्तन किए, जिन्होंने HIV संक्रमण को तोड़ दिया। इस सफलता से उम्मीद जागी है कि एचआईवी-एड्स जैसी बीमारी का भी उपचार अब अधिक दूर नहीं है। वही एचआईवी-एड्स का अभी तक कोई उपचार उपलब्ध नहीं है। दवाओं से हालांकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है तथा HIV संक्रमित व्यक्ति लंबे वक़्त तक जीवित रह सकता है। ये बीमारी HIV मतलब ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस से फैलती है। ये संक्रमण शरीर के इम्यून सिस्टम पर हमला करता है। यदि इसका उपचार न किया जाए तो एड्स हो सकता है। एक आंकड़े के अनुसार, 2020 में दुनिया में लगभग 3.7 करोड़ लोग इस बीमारी के शिकार थे। ये मुख्य तौर पर असुरक्षित यौन संबंध बनाने, दूषित खून चढ़ाने, संक्रमित सूई के उपयोग ततः HIV संक्रमित गर्भवती मां से उसके बच्चे में फैलती है। ऐसे मिली HIV वायरस पर जीत:- इस लाइलाज बीमारी का तोड़ निकालने के लिए डॉ. आदि बार्जेल की अगुआई में एक्सपर्ट्स की टीम ने बी सेल्स का उपयोग किया। रिपोर्ट के अनुसार, ये सेल्स हमारे शरीर में संक्रमण और खतरनाक बैक्टीरिया से लड़ने के लिए एंटीबॉडी पैदा करते हैं। ये वाइट सेल्स बोन मैरो में बनते हैं। परिपक्व होने पर खून के माध्यम से शरीर के हिस्सों में पहुंच जाते हैं। एक्सपर्ट्स ने इस बी सेल्स के जीन में परिवर्तन करके HIV वायरस के कुछ खास भागों से संपर्क कराया। इससे उनमें कुछ परिवर्तन हुए। तत्पश्चात, इन तैयार बी सेल्स का एचआईवी संक्रमण से मुकाबला कराया गया तो वायरस टूटता हुआ दिखाई दिया। इन बी सेल्स में एक विशेष बात ये भी देखी गई कि जैसे-जैसे HIV संक्रमण ने अपनी ताकत बढ़ाई, ये भी उसी के हिसाब से अपनी क्षमता बढ़ाते चले गए तथा उनका मुकाबला किया। अग्‍न‍िपथ योजना का ऐलान होते ही मचा बवाल, लोगों ने ट्रेनों पर किया पथराव 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' ने भड़काई थी रांची में हिंसा, पुलिस ने किया गिरफ्तार इस राज्य में निकली नौकरियां, जल्द कर ले आवेदन