मैक्स हॉस्पिटल की गंभीर लापरवाही से बीते गुरुवार को मृत घोषित किए गए जिंदा बच्चे की छठे दिन (बुधवार) मौत हो गई. इसके बाद से बच्चे की माँ वर्षा का बुरा हाल है. वर्षा ने मैक्स अस्पताल को बंद करने की मांग की है. वर्षा ने कहा "तीन साल बाद जिंदगी में वह पल आया था, जिसका इंतजार था. परिवार में सब खुश थे. नए मेहमान के स्वागत की जरूरी तैयारियां कर ली थीं, लेकिन मैक्स अस्पताल ने जिंदगी की हर खुशी को छीन लिया. मेरे दोनों बच्चे अब दुनिया में नहीं हैं. अब सोचती हूं कि काश किसी सरकारी अस्पताल में गई होती तो शायद यह नहीं होता." वर्षा ने बताया कि "मेरा जैसा इलाज होना चाहिए था, वैसा नहीं हुआ. मैं चाहती हूं कि जिस डॉक्टर ने मेरे जिंदा बच्चे को मृत बताया, उसे गिरफ्तार किया जाए. मैक्स अस्पताल पर ताला जड़ा जाए ताकि कोई और मां इस तरह से दुखी न हो." वर्षा ने सरकार पर भी रोष जताते हुए कहा कि सरकार से बहुत उम्मीद थी लेकिन न तो केंद्र ने, न ही राज्य सरकार ने उनकी सुध नहीं ली. वर्षा ने कहा, "लापरवाही तो हुई है. घटना के बाद भी हुई है. मैं पूरे दिन बेड पर पड़ी रहती थी, कोई पूछने वाला नहीं था. कोई डॉक्टर आ भी जाता तो वह ठीक से बात नहीं करता था. सर्जरी के बाद मेरा जिस तरीके से इलाज होना चाहिए था, वह नहीं हुआ."वर्षा ने सभी गर्भवती महिलाओं से अपील की है कि कोई भी मैक्स अस्पताल में इलाज करवाने न आए. नींद में रेप करने की बीमारी से युवक हुआ परेशान 87 साल के वृद्ध पर दुष्कर्म का आरोप नदी में मिला लापता युवती का शव, ऑनर किलिंग की आशंका