नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद आयकर विभाग और ईडी मिलकर लगातार छापेमार की कार्यवाई को अंजाम दे रहे है. जिसके चलते कई करोड़ो की नगदी नए नोटों में बरामद हो रही है. यह सब बैंकों की मिली भगत से हो रहा है. इसी मिली भगत की एक और कहानी सामने आयी है जिसमे एक बड़े कारोबारी ने 40 करोड़ रुपये को वाइट करने का बड़ा खेल खेला है. खबर मिली है की गया के कॉटन मिल मालिक मोतीलाल पटवा ने अपने 40 करोड़ ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए बैंक में 36 फर्जी अकाउंट खुलवाए. और यह अकाउंट उन गरीबो के नाम कर है जिन्होंने कभी सपने में भी करोडो रुपये नहीं देखे होंगे यानि ड्राइवर , रिक्शा चालक आदि. इन्ही फर्जी एकाउंट्स में नोटबंदी के बाद से करोडो रुपये जमा करवाये गए है. इन एकाउंट्स में जनधन खाते भी शामिल है. यह खाते बैंक ऑफ़ इण्डिया में खोले गए है और सभी 36 खाते मोतीलाल द्वारा की चलाये जा रहे थे. अब इस घटना के बाद आईटी विभाग बैंक मैनेजर की भूमिका की जाँच करेगा क्योंकि यह काम बिना किसी बैंक अधिकारी की मिलीभगत के सम्भव नहीं है. सेना के काफिले पर हमला, 3 जवान शहीद नए साल में सेना और IB को मिलेगा नया नेतृत्व