बता मेरे यार सुदामा रे...... ये भजन आपको सुनने में मधुर लगा होगा. यही वजह है की यह भजन रातो रात इतना हिट हो गया की हर किसी की जुबान पर आज ये भजन है. रोहतक के सांघी गांव के स्कूल की लड़कियों ने जब यह भजन गाया था तब किसी को उम्मीद नहीं थी की यह भजन इतना ज्यादा हिट हो जायेगा. जब ये गाना बहुत ज्यादा हिट हो गया तो इस गाने पर एक विवाद भी हो गया है. और यह विवाद गिरावड़ गांव के भजन गायक कृष्णलाल ने खड़ा किया है. इनका दावा है की ये भजन 1984 में उन्होंने अपने फौजी भाइयो के लिए लिखा था जिसका एक कैसेट भी रिलीज हुआ था साथ ही एक किताब में भी यह भजन छापा गाया था. जब मामला सुलझाने की बात आयी तो कृष्णलाल जी का कहना है की इस गीत में मेरा और मेरे भाई का भी नाम है लेकिन गाये हुए गीत से ये नाम हटा दिए गए है. इन्हें इस गीत में फिर से शामिल किया जाए. मुझे सिर्फ नाम हटाने का दुःख हुआ है. आइये सुनते है पूरा भजन .............. मैंने जो शहीदों के लिए किया वो मेरा फर्ज था लेकिन अब आप इसकी चर्चा बंद कीजिये: अक्षय कुमार भले ही छोटे बजट की हो फिल्म लेकिन लीड रोल ही करना चाहूंगा: दिलजीत सिंह दोसांझ फिर से आ गए फुकरे, रिलीज डेट भी आई सामने