इंदौर: इंदौर शहर को मार्च 2021 तक साइलेंट सिटी बनाने के लिए अभियान को तेज कर दिया है. इस पर कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने इस योजना के अंतर्गत बड़ा प्रयोग करने की जानकारी देते हुए कहा-"डीआरपी लाइन के पास लगे ट्रैफिक सिग्नल को बदलकर नॉइज सेंसेटिव सिग्नल लगाएंगे" वाहन चालकों ने रेड सिग्नल के पश्चात् भी हॉर्न बजाए तो वहां पर रेड लाइट का टाइम और बढ़ता जाएगा. जिससे सिग्नल देर तक ग्रीन नहीं होगा. वहीं वाहन चालकों को इससे सबक मिलेगा कि वे हॉर्न न बजाये. पायलट प्रोजेक्ट सफल होने पर और भी सिग्नल पर इस तरह का प्रयोग किया जाएगा. ताकि लोग ट्रैफिक सिग्नल पर बिना कारण के हॉर्न बजाना बंद करे. पहले चरण में 39 स्थान को चिह्नित कर साइलेंट जोन घोषित किया है. इन स्थानों पर लोग हॉर्न, डीजे व अन्य शोर करने वाले यंत्र का उपयोग नहीं कर सकेंगे. इसके लिए जागरूकता अभियान भी लगातार चलाया जा रहा है. वहीं इस अभियान के पश्चात् फिर भी शोर करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी. शहर को साइलेंट सिटी बनाने के लिए चल रहे अभियान पर देश के जाने-माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा तारीफ की हैं. उन्होंने अपने ट्वीट हैंडल से ट्वीट कर इंदौर में हो रहे कामों की प्रशंसा की है. उन्होंने कहा कि ने इंंदौर में हो रहे कामों को मोटिवेशन बताते हुए ट्वीट किया- ‘दस साल पहले शहर में काफी गंदगी थी, परन्तु इन सालों में इंदौर में हुए परिवर्तन शानदार हैं और इसने साबित किया है कि जहां चाह वहां राह रहती है.’ भयानक सड़क हादसे में हुई दिल्ली के 2 नेताओं की मौत, एक ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ लड़ा था चुनाव तो क्या फिर टल जाएगी आरोपियों की फांसी, क्या इस बार भी नहीं मिलेगा निर्भया को इंसाफ बजट सत्र के बाद महंगी होगी विदेश यात्रा, जानिए कितना बढ़ेगा खर्च