मऊ. उत्तर प्रदेश के मऊ में एक स्कूल के प्रिंसिपल पर एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि दसवीं की परीक्षा के दौरान उन्होंने जाति पूछने के बाद क्लास में उसे अपमानित किया और महज इसलिए परीक्षा से वंचित कर दिया कि वो हरिजन जाति की थी. कुछ कार्रवाई ना होने से उसने अब पीएम नरेंद्र मोदी पत्र लिखा है. ये पूरा मामला हलधरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित एवर ग्रीन इंटर कालेज का है. 12 अक्टूबर को इंग्लिश का पेपर था और छात्रा डिम्पल भारती परीक्षा देने आई थी. छात्रा ने बताया कि प्रिंसिपल राघवेन्द्र पाण्डेय ने उसे कक्षा में सबके सामने खड़ा करके उसका नाम और उसकी जाति पूछी. जाति सुनते ही प्रिंसिपल ने उसे अपमानित किया और परीक्षा समाप्त होने के 5 मिनट पहले कॉपी देकर केवल जानकारी भरवाई. छात्रा ने सारी बातें अपने परिवार को बताईं. परिवजनों ने तुरंत प्रधानमंत्री , मुख्यमंत्री सहित जिलाधिकारी को पत्र भेजा, लेकिन दस दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. ऐसे में छात्रा ने मीडिया से कहा कि अब अगर मेरे परिवार वाले उस कालेज में जाने के लिए दबाव डालेंगे तो मैं आत्महत्या कर लूंगी. इसके बाद जिलाधिकारी ऋषिनेंद्र ने जाँच के आदेश दिए हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जांच के बाद दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जायेगी. किताब पढ़ते-पढ़ते हो गया प्यार, फिर बदला धर्म उत्पल कुमार बने उत्तराखंड के 15वें मुख्य सचिव सेल ने रेलवे की मांग पूरी करने में जताई असमर्थता