तिरूपति। इसरो द्वारा अंतरिक्ष में एक और उड़ान भरी गई। इस उड़ान के तहत इसरो ने बृहस्पति और शुक्र पर जाने के अंतरग्रहीय मिशन की तैयारी की। बृहस्पति और शुक्र को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के मिशन में वैज्ञानिकों का उत्साह बना हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार वैज्ञानिकों का मानना है कि इस अभियान में भविष्य को ध्यान में रखते हुए विश्लेषण करना होगा कि उन्हें किस तरह के उपग्रह तैयार करने होंगे और किस तरह के राॅकेट्स की सभी को आवश्यकता होगी। इतना ही नहीं भारतीयत विज्ञान कांग्रेस के सत्र में यह कहा गया कि इस मामले में अध्ययन लगातार जारी है। इसे लेकर ठोस योजना तैयार करने की दिशा में कार्य हो रहा है। मगर इसमें कुछ समय लगेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के सहायक निदेशक एम नागेश्वर राव द्वारा कहा गया कि इसरो शुक्र और गुरू ग्रह को लेकर कार्य कर रहा है। दरअसल शुक्र ग्रह पर उपग्रगह भेजने का अवसर 19 माह में एक बार ही आता है। उनका कहना था कि मंगल आर्बिटर मिशन हेतु फाॅलो अप मिशन की योजना तैयार की जा रही है। स्थिति यह है कि मंगल ग्रह के 70 हजार किलोमीटर पास फाॅलो अप मिशन के तहत जाने की प्लानिंग है। नागेश्वर राव भारतीय विज्ञान कांग्रेस में संबोधित कर रहे थे इस दौरान उन्होंने कहा कि चंद्रयान 2 हेतु कार्य जारी है। इस तरह की परियोजना में लैंडर व रोवर आदि सम्मिलित हैं। गौरतलब है कि चंद्रयान 2 हेतु इसरो के वैज्ञानिक अपने कार्य में लगे हैं। चंद्रयान के अगले कार्यक्रम चंद्रयान 2 को आगामी वर्ष भेजे जाने की संभावना है। करंट अफेयर्स : इसरो द्वारा स्क्रैमजेट रॉकेट PSLV-C34 के प्रक्षेपण के लिए इसरो ने दी