नई दिल्ली : यह बात जग जाहिर है कि कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए आतंकियों को पाकिस्तान से फंड और हथियार मिलते हैं.पाकिस्तान की सेना आतंकियों को घुसपैठ के लिए कवर फायर देती है. जो उसकी रणनीति का अहम हिस्सा है. लेकिन इस पूरे खेल में अब चीन शामिल हो गया है. यह बात शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कही. उल्लेखनीय है कि आधे घंटे तक चली इस मेहबूबा - राजनाथ वार्ता में महबूबा ने गृहमंत्री को 10 जुलाई को अमरनाथ यात्रा पर हुए आतंकी हमले के बाद उसकी जांच की दिशा और प्रगति पर भी बात कर कहा कि अमरनाथ यात्रियों पर हुआ हमला पूरे देश में दंगा भड़काने की साजिश का हिस्सा था . कश्मीर की वर्तमान दशा पर मेहबूबा ने कहा कि राज्य लॉ एंड ऑर्डर की लड़ाई लड़ रहा हैं. जब तक पूरा देश और राजनीतिक पार्टियां साथ नहीं देंगे , तब तक ये जंग नहीं जीती जा सकती है. इस मौके पर कश्मीर की सीएम ने विदेशियों का हाथ होने का जिक्र कर चीन के टांग अड़ाने की भी बात कही. मुख्यमंत्री ने संकेत दिया कि चीन कश्मीर घाटी को अस्थिर करने में लगा हुआ है. बता दें कि मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री का संकट के सहयोग देने के लिए शुक्रिया अदा करते हुए साथ मिलकर इस समस्या का समाधान करने की बात कही. धारा 370 को कश्मीरियों की भावना से जुड़ा मुद्दा बताते हुए मेहबूबा ने कहा कि यह लड़ाई जीतने के बाद ही धारा 370 पर बात होगी. महबूबा के चीन के बयान के बाद अब देखना ये है कि भारत और चीन के रिश्ते किस मोड़ पर पहुंचते हैं, जबकि अभी नॉर्थ-ईस्ट फ्रंट पर डोकलाम में दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनातनी जारी है. यह भी देखें DSP की हत्या शर्मनाक घटना : महबूबा अमरनाथ तीर्थ यात्री हमले में, जम्मू -कश्मीर पुलिस का जवान अरेस्ट