लखनऊ: अयोध्या विकास प्राधिकरण (ADA) ने यहां धन्नीपुर मस्जिद के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि फैसले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार ने अयोध्या जिले के धन्नीपुर गांव में पांच एकड़ भूमि प्रदान की थी, जिस पर 'इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन' ट्रस्ट द्वारा एक मस्जिद, अस्पताल, शोध संस्थान, सामुदायिक रसोई और एक पुस्तकालय का निर्माण होना है। रिपोर्ट के अनुसार, स्वीकृति न मिलने और ADA द्वारा भूमि उपयोग के परिवर्तन के मामले के चलते मस्जिद के निर्माण में दो साल से ज्यादा की देरी हुई। अयोध्या के संभागीय आयुक्त और ADA के प्रमुख गौरव दयाल ने शनिवार (4 मार्च) को कहा कि, हमने शुक्रवार को हुई बोर्ड बैठक में अयोध्या मस्जिद की परियोजना को हरी झंडी दे दी है। कुछ विभागीय औपचारिकताओं के बाद मंजूर किए गए नक्शे कुछ दिन में इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन को सौंप दिए जाएंगे। ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने जानकारी दी है कि सभी मंजूरी मिलने के बाद एक बैठक की जाएगी और मस्जिद के निर्माण की योजना को अंतिम रूप प्रदान किया जाएगा। हुसैन ने कहा कि, हमने 26 जनवरी, 2021 को मस्जिद की नींव रखी थी, हमने इस दिन को अयोध्या मस्जिद की बुनियाद रखने के लिए चुना क्योंकि 70 साल पहले इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। बता दें कि, अयोध्या जिले के धन्नीपुर गांव में एक मस्जिद, अस्पताल, शोध संस्थान, सामुदायिक रसोई और पुस्तकालय के निर्माण की मंजूरी के लिए जुलाई 2020 में अयोध्या विकास प्राधिकरण में अर्जी दी गई थी। राजस्थान में पेपर लीक के खिलाफ भाजपा का प्रदर्शन, गहलोत की पुलिस ने भांजी लाठियां अब गोवा भी जाएगी वंदे भारत एक्सप्रेस, रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे ने दी जानकारी तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई का मामला, कोयंबटूर पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर