मैदान पर जबरदस्त बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के बारे में भारतीय पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि,"दिल्ली का यह शानदार बल्लेबाज मैदान के बाहर अपने अस्तित्व से हमेशा अनजान था. गांगुली ने शुक्रवार को कहा कि "मैं बड़े आराम से काम करने वाला शख्स हूं, लेकिन जब मैं 2000 में कप्तान बना, तब मुझे लगा कि इस टीम को लेकर चीजें दूसरी तरह से करनी होगी. भारतीय होने के नाते हम आराम करना पसंद करते है". इसके अलावा उन्होंने कहा कि, "मेरी टीम में सहवाग था, जो मेरी नजरों में सुनील गावस्कर के बाद भारत के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट सलामी बल्लेबाज हैं, लेकिन मैदान के बाहर एक इंसान के तौर पर वह जानते ही नहीं थे कि, उनका खुद का भी कोई अस्तित्व है. वह सोते रहते थे और आपको टेस्ट मैच से पहले उन्हें बार-बार जबरदस्ती करते हुए जगाना पड़ता था". गंगोली ने कहा कि, जब भारत 2001 में आस्ट्रेलिया में खेल रहा था तब मैंने देखा की यह अलग टीम है और लड़ने के लिए तैयार है. बस फिर क्या था एक कप्तान के तौर पर मुझे मैदान पर वो माहौल बनाना था जिसकी शुरुआत मुझसे होनी थी. उन्होंने कहा कि,"चयन प्रक्रिया अब पहले से ज्याता पारदर्शी हो गई है. आप अब की भारतीय टीम को देखते हैं और विराट कोहली जैसे ईमानदार और जुनूनी कप्तान को देखते हैं तो आप को पता चलता है कि यह कितना पारदर्शी है. ये भी पढ़े साऊथ अफ्रीका दौरे के लिए निश्चिंत है जडेजा अश्विन ने किया श्रीलंकाई बल्लेबाज को 12 बार आउट ISL - जमशेदपुर एफसी और केरला ब्लास्टर्स के बीच मैच ड्रॉ न्यूज़ ट्रैक पर हम आपके लिए लाये है ताज़ा खेल समाचार आपके पसंदीदा खिलाडी के बारे में