एम्स्टर्डम: 56 मुस्लिम देशों के समूह, इस्लामिक सहयोग संगठन (IOC) ने नीदरलैंड में कुरान के अपमान और प्रतियों को जलाने के हालिया कृत्यों की कड़ी निंदा की और उन्हें उत्तेजक और अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ बताया। यह घटना 23 सितंबर, 2023 को हुई, जब PEGIDA (पश्चिम के इस्लामीकरण के खिलाफ देशभक्त यूरोपीय) के नेता एडविन वैगन्सवेल्ड ने हेग में तुर्की, इंडोनेशिया और पाकिस्तान के दूतावासों के सामने कुरान की प्रतियां फाड़ दीं। OIC के जनरल सचिवालय ने स्वीडन और डेनमार्क सहित कई यूरोपीय देशों में कुरान के अपमान की घटनाओं की निंदा करते हुए 31 जुलाई, 2023 को अपनाए गए अपने पहले के रुख को दोहराया। OIC ने इस बात पर जोर दिया कि ये कृत्य अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बहाने कुरान और इस्लाम और अन्य धर्मों के अन्य पवित्र प्रतीकों की पवित्रता को बदनाम करते हैं, जो अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ है। OIC ने इसे धार्मिक घृणा का कृत्य और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन मानते हुए डच अधिकारियों से ऐसी घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आह्वान किया है। बता दें कि, डेनमार्क ने धार्मिक पुस्तकों के अपमान को अपराध मानने के लिए एक कानून का प्रस्ताव करके कुरान के अपमान को संबोधित करने के लिए कदम उठाए हैं। दूसरी ओर, स्वीडन ने अपने संविधान में संशोधन की आवश्यकता का हवाला देते हुए समान उपाय नहीं किए हैं। कुरान के अपमान की इन घटनाओं ने यूरोपीय देशों और मुस्लिम-बहुल देशों के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव पैदा कर दिया है। उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमा को लेकर भी बहस छेड़ दी है। 'सभी हिन्दुओं के मुस्लिम बनने का इंतज़ार..', एक देश के 'प्रधानमंत्री' के हैं इतने कट्टरपंथी विचार ट्रुडो की कूटनीति ! भारत से व्यापार वार्ता रोककर युद्धग्रस्त यूक्रेन के पास पहुंचा, किया ये समझौता 'USA में भी हो सकती है खालिस्तानियों की हत्या..', निज्जर की मौत के बाद से अमेरिका चिंतित