श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला की नजर में पत्थरबाज को जीप के बोनट पर बांधने वाले मेजर नितिन लीतुल गोगोई के खिलाफ आर्मी की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ढोंग है. उमर ने अपने यह विचार एक ट्वीट कर जाहिर किये. उन्होंने जनमत की अदालत को बड़ी बताया स्मरण रहे कि उमर का बयान मेजर को आर्मी चीफ द्वारा प्रशंसा पत्र दिए जाने के बाद सामने आया है. गौरतलब है कि उमर अब्दुल्ला ने एक लेख लिखकर यह बताया है कि मेजर गोगोई क्यों गलत हैं. इस लेख को उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट में शेयर किया है. बता दें कि डार को जीप से बांधकर घुमाने का वीडियो वायरल हुआ था.तब उमर ने भी इसके फोटो और वीडियो ट्वीट कर उन्होंने सरकार पर मानव अधिकार उल्लंघन को लेकर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया था. जबकि आज बुधवार को कश्मीरी युवक को जीप के आगे बांधने वाले मेजर गोगोई को सेना द्वारा सम्मानित किए जाने पर नेशनल कॉन्फ्रेंस की महिला विंग ने श्रीनगर में प्रदर्शन कर विरोध किया नारेबाजी भी की. स्मरण रहे कि श्रीनगर में 9 अप्रैल को उप चुनाव के दौरान कई मतदान केंद्रों पर हिंसा हुई थी. पथराव कर रही हिंसक भीड़ के बीच से निकलने के लिए मेजर गोगोई ने कश्मीरी शख्स फारूख अहमद डार को जीप के आगे बांध कर उन्होंने 12 लोगों की जिंदगी बचाई थी. अगर वे ऐसा नहीं करते तो पत्थर बरसा रही भीड़ से निकलना नामुमकिन था. मेजर के अनुसार अगर वे ऐसा नहीं करते तो जवानों को फायरिंग का ऑर्डर देना पड़ता और तब कई कश्मीरियों की जाने जा सकती थीं. यह भी देखें नईम खान पर प्रतिक्रिया मांगी तो यासीन मलिक ने की पत्रकार से हाथापाई कश्मीरी युवक को जीप पर बांधने वाला मेजर हुआ सम्मानित