आगरा की लैब में भेजा ही नही गया UP असेंबली में मिला विस्फोटक

लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा में संदिग्ध पाउडर मिलने के बाद हड़कंप मच गया था। बाद में इसे आगरा की फोरेंसिक लैब में जाॅंच हेतु भेजा गया। लैब के अधिकारियों ने इस मामले में दावा करते हुए कहा है कि पाउडर के नमूने को जाॅंच हेतु भेजा गया था। बताया जा रहा है कि यदि यह करीब 500 ग्राम की मात्रा में होता तो फिर समूचे विधानसभा भवन को नुकसान पहुॅंच सकता था। सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस मामले में दावा किया और कहा कि पाउडर का नमूना आगरा लैब भेजा गया ही नहीं।

गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा उक्त तत्व मिलने के बाद लखनऊ की एक लैब का हवाला दिया और कहा कि पाउडर के एक्सप्लोसिव पेंटाएरीथ्रीटोल ट्राइनाइट्रेट पीईटीएन हो सकता है। इस मामले में एक अधिकारी द्वारा कहा गया कि उत्तरप्रदेश की एकमात्र लैब में इसकी जांच की गई है। हालांकि अभी तक विस्फोटक के पीईटीएन होने को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है।

इस मामले में आगरा लैब के अधिकारी द्वारा कहा गया कि लखनऊ व नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को भेजे जाने की बात कही गई थी। इस मामले में राज्य गृहमंत्रालय के प्रमुख सचिव द्वारा कहा गया कि एफएसएल आगरा को पाउडर का नमूना भेजा या नहीं भेजा गया। हालांकि यह भी कहा गया कि जो जांच प्रारंभिकतौर पर सामने आई है उसमें इसके नाइट्रेट होने की जानकारी मिली है।

एक्सप्लोसिव की जाॅंच हेतु जो नमूने आगरा लैब के लिए भेजे गए हैं उनकी रिपोर्ट देश में एक्सप्लोसिव की जाॅंच वाली स्पेशल लैब की रिपोर्ट जैसी हो सकती है। एटीएस अधिकारियों द्वारा पाउडर का नमूना जाॅंच हेतु हैदराबाद फोरेंसिक लैब भेज दिया गया है। जाॅंच करने वाले अधिकारियों द्वारा कहा गया कि यह मैग्नीशियम सल्फेट है। यह आसानी से मिल सकता है। दरअसल यह अथाराइटिस हेतु उपयोग में लिया जाता है।

KGMU में आगजनी के चलते 7 रोगियों की मौत, CM योगी आदित्यनाथ ने किया दौरा

आतंकी कर सकते हैं विशेष केमिकल से PM नरेंद्र मोदी और सीएम आदित्यनाथ पर हमला

योगी बोले - देश की सबसे बड़ी विधानसभा को उड़ाने की साजिश के तहत रखा गया विस्फोटक, होगी NIA जांच

CM योगी आदित्यनाथ ने सरकारी खर्च को कम करने का किया प्रयास

 

Related News