हैदराबाद: AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि सरकार ने कृषि क़ानूनों को वापस लेने का फ़ैसला देरी से लिया है. यह किसान आंदोलन और किसानों की कामयाबी है. ओवैसी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें चुनाव में जाना था इसलिए केंद्र सरकार ने यह ऐलान किया है. वह दिन भी दूर नहीं है, जब मोदी सरकार नागरिकता संशोधन कानून (CAA) भी वापस लेगी. इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने ये भी कहा है कि पीएम मोदी कभी भी जन आंदोलन को हराने में सफल नहीं हुए हैं, उन्होंने केवल उत्पीड़न किया है. ओवैसी ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि चुनाव और कानूनों के खिलाफ अभियान ने पीएम मोदी को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है. ओवैसी ने ये भी कहा कि पहले दिन से विपक्ष कह रहा था कि 3 कृषि कानून संविधान के खिलाफ हैं. मोदी सरकार को ऐसे कानून लाने का कोई संवैधानिक अधिकार नहीं था. ये कानून केवल अहंकार की तृप्ति के लिए बनाए गए थे. ओवैसी ने कहा कि इन काले कानूनों की वजह से 700 किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी. यदि उन्होंने अपने अहंकार और संविधान को आमने-सामने रख दिया होता, तो ये कानून नहीं बनते और किसानों के मरने की नौबत नहीं आती. उन्होंने कहा कि ये देर से लिया गया फैसला है. मैंने हमेशा कहा है कि जब आवाम विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरती है, तो यह सरकार डर जाती है. यह सभी किसान भाइयों की जीत है. त्रिपुरा निकाय चुनाव से पहले भाजपा कार्यकर्ताओं पर TMC का हमला, 19 घायल 'पीएम मोदी ने दिखाया बड़प्पन...', कृषि कानूनों की वापसी पर बोले सत्यपाल मलिक चौधरी जयंत का बड़ा बयान, कहा- "ये किसान की जीत...."