आज 21 अक्टूबर है और आज अहोई अष्टमी है. ऐसे में कहा जाता है अहोई अष्टमी को संतान की प्राप्ति और उसकी लंबी उम्र के लिए व्रत रखा जाता है. ऐसे में इस दिन माता पार्वती की पूजा की जाती है. इसी के साथ धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन जो महिलाएं सही पूजा-विधि से अहोई माता की पूजा करती है उन्हें संतान प्राप्ति का सुख मिलता है और उसकी संतान हमेशा खुश रहती है. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं इस व्रत की पूजन सामग्री और पूजा विधि. ये है पूजन सामग्री - पूजा की सामग्री में चांदी या सफेद धातु की अहोई, मोती की माला, दूध, भात, हलवा, फूल, दीप और जल से भरा हुआ कलश रखें. पूजा विधि- इसके लिए सुबह स्नान करने के बाद अहोई की पूजा का संकल्प लें. अब इसके बाद गेरू या लाल रंग से दीवार पर अहोई माता की आकृति बनाएं और माता की प्रतिमा पर रोली, फूल अर्पित करें और फिर दूध, भात और हलवा का भोग लगाएं. अब इसके बाद अहोई माता की कथा सुने और फिर मोती की माला गले में पहनें और अपनी सासु मां का आशीर्वाद लें. अब रात में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद खुद भोजन का ग्रहण करें. जानिए अहोई अष्टमी पूजा शुभ मुहूर्त- तिथि- कार्तिक मास कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि प्रारंभ- 21 अक्टूबर सुबह 11.09 बजे से तिथि समाप्त- 22 अक्टूबर सुबह 9:10 बजे तक पूजा का समय- शाम 05:42 मिनट से 06:59 मिनट तक अहोई अष्टमी के दिन जरूर रखे इन बातों का ध्यान 21 अक्टूबर को है अहोई अष्टमी, संतान की लम्बी उम्र के लिए रखे व्रत इस अंदाज में एवलिन शर्मा के बॉयफ्रेंड ने किया था उन्हें प्रपोज, सामने आईं तस्वीरें