तमिलनाडु ने सियासी संकट : शशि के घडियाली आंसू तो सेल्वम का पलड़ा भारी

चेन्नई : तमिलनाडु में कौन बनेगा मुख्यमंत्री की सियासी लड़ाई में राज्यपाल के बुलावे का पेंच फंसा हुआ है. शशिकला द्वारा भले ही समर्थक विधायकों को रिसार्ट में रखा गया हो, लेकिन बताया जा रहा है कि ओ पन्नीर सेल्वम का पलड़ा भारी है. सीएम बनने के लिए शशिकला विधायकों के सामने रो पड़ीं , जिसे पन्नीर सेल्वम ने घड़ियाली आंसू करार दिया है.

रिजॉर्ट में समर्थक विधायकों को शशिकला ने भावुक होकर रोते हुए कहा कि पार्टी की महासचिव बनाए जाने के बाद अम्मा की समाधि पर गई. लेकिन वहां से बाहर नहीं आ सकी. किसी चुंबकीय शक्ति मुझे जाने नहीं देना चाहती थी. उस दिन मैंने शपथ ली मैं अपनी आखिरी सांस तक उनकी विरासत को संभालूंगी. जीत के लिए सभी को शपथ लेनी चाहिए, इसके बाद हम सब अम्मा की समाधि पर जाएंगे और अपनी जीत को उन्हें समर्पित करेंगे.

बता दें कि पन्नीरसेल्वम को जहां जनता और पार्टी का समर्थन मिलता दिख रहा है. कल देर रात तक सात विधायक और 10 सांसद भी अब उनके खेमे में आ गए हैं. पन्नीरसेल्वम के समर्थन में आठ लोकसभा और दो राज्य सभा सांसद हैं. शशिकला के खेमे से पनीरसेल्वम के कुनबे में और नेता आ गए हैं. जिस तरह से ओ पनीरसेल्वम का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है, उसने शशिकला की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ा दी हैं.

वहीं शशिकला ने अब नया दांव महिला कार्ड खेला है. शशिकला ने कहा कि महिला हूं इसलिए दिक्कत हो रही है. जयललिता के वक्त भी ऐसा होता था. शशिकला ने आरोप लगाया है कि जानबूझकर देरी की जा रही है जिससे पार्टी में फूट पड़ जाए. शशिकला ने एआईएडीएमके के करीब 94 विधायकों को एक तरह से बंद करके रखा गया है, ताकि हॉर्स ट्रेडिंग ना हो. शशिकला ने संकेत दिए थे कि अगर राज्यपाल ने उनकी बात का जवाब नहीं दिया तो वो धरने पर बैठ सकती हैं.

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