DMK नेता एमके स्टालिन और उनके बेटे उधैनिधि स्टालिन को अयोग्य ठहराने की मांग को लेकर AIADMK पार्टी ने सोमवार को भारत निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया। आइए हम साझा करें कि AIADMK ने आरोप लगाया कि प्रतिद्वंद्वी DMK पार्टी के नेताओं ने मतदाताओं को अपने पक्ष में लुभाने के लिए रिश्वतखोरी की है, जो कि अवैध है और चुनाव आयोग द्वारा उन्हें चुनाव के लिए अयोग्य घोषित करना चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्टालिन के अलावा, सत्तारूढ़ AIADMK ने ECI से पार्टी के महासचिव दुरई मुरुगन सहित अन्य शीर्ष DMK नेताओं की उम्मीदवारी रद्द करने का भी आग्रह किया। AIADMK के एडवोकेट विंग ज्वाइंट सेक्रेटरी आरएम बाबू मुरुगेशन ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि स्टालिन की पत्नी दुर्गा स्टालिन ने कोलाथुर निर्वाचन क्षेत्र में महिला स्व-सहायता समूहों को 10,000 रुपये का भुगतान किया था, ताकि वे अपने पति के लिए वोट मांग सकें। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि मुरुगवेल ने यह भी आरोप लगाया है कि स्टालिन के सहयोगी और सहयोगी G-pay के माध्यम से मतदाताओं को 5,000 रुपये वितरित कर रहे हैं। AIADMK नेता ने DMK के केएन नेहरू के खिलाफ चुनाव आयोग को एक शिकायती पत्र भेजा है, जिसमें तिरुचिरापल्ली पश्चिम, उधैनिधि स्टालिन (चेपक-तिरुवल्लिकेनी), ईवी वेलू (तिरुवन्नामलाई) और दुरई मुरुगन (काटपाडी) के खिलाफ 2,000 रुपये से अधिक के मतदाताओं को नकद वितरण का आरोप लगाया है। और उनके सहयोगियों द्वारा 5,000 रुपये और G-pay के माध्यम से भी। केंद्र सरकार पर AAP का हमला, कहा- पहले भारत में टीका लगाने की मुहिम में तेजी लाएं' डॉ चिंतन वैष्णव अटल इनोवेशन मिशन के लिए मिशन निदेशक के रूप में किया गया नियुक्त क्या राजस्थान में फिर लगने जा रहा लॉकडाउन ? मंत्री रघु शर्मा ने कही यह बात