नई दिल्ली: HIV एड्स के मरीजों के एक समूह ने संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए रिकमेंड (अनुशंसित) की गई अहम एंटीरेट्रोवाइरल दवाओं की किल्लत के खिलाफ मंगलवार को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन दिल्ली में स्थित राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के दफ्तर में किया गया। मीडिया से बात करते हुए एक HIV रोगी ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को दवा की कमी के बारे में अवगत कराया था, मगर उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मरीज का कहना है कि बीते पांच महीनों से ये दवाएं स्टॉक में नहीं हैं और यह समस्या न सिर्फ दिल्ली में, बल्कि पड़ोसी राज्यों में भी है। उन्होंने कहा कि, 'हम विरोध कर रहे हैं क्योंकि HIV मरीजों के लिए आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में बीते 5 महीनों से उपलब्ध नहीं हैं। हमने राज्य के अधिकारियों को पत्र लिखा लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ।' मरीज ने यह भी बताया कि ऐसा नहीं है कि दवाएं अभी स्टॉक में नहीं हैं, यह कमी लगतार जारी है। दवाएं स्टॉक से बाहर हैं और ऐसी दवाओं की किल्लत है, जो HIV रोगियों के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। यदि हमें ये दवाएं नहीं मिलेंगी तो भारत कैसे HIV मुक्त देश बनेगा। इसी बीच केंद्र सरकार की एजेंसी, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन ने HIV मरीजों के विरोध के बाद बैठकों का दौर शुरू किया है, ताकि कोई हल निकाला जा सके। क्या क़ुतुब मीनार की मुगल मस्जिद में बंद हो जाएगी नमाज़ ? दिल्ली हाई कोर्ट करेगा फैसला 28-29 जुलाई को गुजरात, तमिलनाडु का दौरा करेंगे पीएम मोदी हरियाणा: चलते-चलते अचानक आग का गोला बन गई कार, जलकर राख हो गया अंदर बैठा ड्राइवर