नई दिल्ली : एयरचीफ मार्शल बीएस धनोवा ने कहा कि एयरफोर्स में फाइटर जेट्स की कमी का हवाला देते हुए सरकार को जेट्स की संख्या बढ़ाना चाहिए.ये कुछ ऐसा है जैसे क्रिकेट टीम 11 की बजाय 7 खिलाडियों से खेले. उल्लेखनीय है कि एक अंग्रेजी अख़बार को दिए साक्षात्कार में वायु सेना प्रमुख धनोवा ने कहा कि भारतीय वायु सेना के पास हर तरह की क्षमता हैं. हम माओवादियों के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकते हैं लेकिन ये तभी संभव है जब सरकार से हरी झंडी मिलेगी. धनोवा के अनुसार चीन-पाकिस्तान के मोर्चों पर लड़ने के लिए देश के पास कम से कम 42 फाइटर स्क्वॉड्रन होनी चाहिए. एयर चीफ मार्शल ने कहा कि वायु सेना फ़िलहाल उपलब्ध संसाधनों से काम करेगी. लेकिन जब हमारी ताकत में इजाफा हो जाएगा तब हम आसमान में दुश्मन से आसमान में बेहतर तरीके से लड़ पाएंगे. पाक के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी हमले के मद्देनजर एयर स्ट्राइक करने का फैसला तो सरकार ही करेगी. आपको जानकारी दे दें कि वायु सेना के पास फ़िलहाल 33 स्क्वॉड्रन बची हैं. फ्रांस से राफेल मिलने पर वह 35th स्क्वॉड्रन होगी. बता दें कि एक स्क्वॉड्रन में 16-18 फाइटर प्लेन होते हैं. इन 33 में से 11 स्क्वॉड्रन में MiG-21 और MiG-27 फाइटर हैं. इनमें से सिर्फ 60 फीसदी ही ऑपरेशन के लिए तैयार हैं. मिग-21 और मिग-27 में हादसे होते रहे हैं. यह भी देखें एयरचीफ मार्शल बीएस धनोवा ने मिग 21 उड़ाकर दी कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि वायु सेना प्रमुख ने सेना से कहा - युद्ध के लिए तैयार रहे, कभी भी बुलाया जा सकता है