नई दिल्ली: फंड की कमी से जूझ रही एयर इंडिया ने तेल कंपनियों के बकाए का मामला जल्द सुलझने की उम्मीद जाहिर की है। विमानन कंपनी तेल विपणन कंपनियों के साथ प्रकरण को सुलझाने का पूरी कोशिश कर रही है। साथ ही कंपनी उड़ानों को बाधित होने से रोकने के लिए और मुसाफिरों को परेशानी न देने के लिए भी पूरी कोशिश कर रही है। उल्लेखनीय है कि इसी हफ्ते सरकारी तेल कंपनियों ने एयर इंडिया को एक अंतिम चेतावनी जारी करते हुए 18 अक्तूबर तक मासिक एकमुश्त भुगतान करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि भुगतान नहीं करने पर वे छह प्रमुख घरेलू एयरपोर्ट्स पर ईंधन की आपूर्ति रोक देंगे। एयर इंडिया को गुरुवार को भेजे गए एक पत्र में, तीन तेल सार्वजनिक उपक्रमों - इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) ने कहा कि वादे के अनुसार मासिक एकमुश्त भुगतान नहीं होने की वजह से बकाया कम नहीं हुआ है।" अगस्त में, तीन ईंधन खुदरा विक्रेताओं ने कहा था कि एयर इंडिया का बकाया ईंधन बिल 5,000 करोड़ रुपये पहुँच गया था, जिसका तक़रीबन आठ महीने से भुगतान नहीं किया गया था। इसके बाद 22 अगस्त को आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल ने पूरा भुगतान नहीं होने के कारण से कोच्चि, मोहाली, पुणे, पटना, रांची और विजाग के छह एयरपोर्ट्स पर एयर इंडिया को ईंधन की आपूर्ति रोक दी थी। भारती एयरटेल ने विदेशी निवेशकों से जुटाए भारी रकम, मिले 5,330 करोड़ रुपये रेपो रेट में हो सकती है और कटौती, आरबीआई ने दिए संकेत मंदी के बावजूद भी त्योहारी सीजन में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हुआ बम्पर कारोबार, जानें आंकड़ा