मुंबई : कर्ज के बोझ से दबी राष्ट्रीय एयरलाइन एयर इण्डिया की बिक्री की प्रक्रिया प्रगति पर है . इस बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि एयर इन्डिया के विनिवेश के बाद इसका स्वामित्व उसी भारतीय कंपनी को दिया जाए, जो दक्ष तरीके से इसे संचालित कर सके. आपको बता दें कि संघ प्रमुख ने भारतीय अर्थव्यवस्था और आर्थिक नीतियों’ विषय पर आयोजित व्याख्यान में अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि सरकार कोअपने आकाश का नियंत्रण और स्वामित्व नहीं खोना चाहिए.एयर इंडिया के परिचालन का ठीक से प्रबंधन नहीं होने से यह परिस्थितियां बनी है.संघ प्रमुख ने कहा कहा, एयर इंडिया का स्वामित्व उसी को दिया जाना चाहिए जो इसे दक्ष तरीके से चलाने में सक्षम है. नया संचालक भारतीय ही होना चाहिए. उल्लेखनीय है कि अपने व्याख्यान में मोहन भागवत ने खुलासा किया कि दुनिया में कहीं भी राष्ट्रीय एयरलाइन में 49 प्रतिशत से अधिक विदेशी निवेश की इजाज़त नहीं है.इसके लिए उन्होंने जर्मनी का उदाहरण दिया जहां विदेशी हिस्सेदारी की सीमा सिर्फ 29 प्रतिशत ही है. उन्होंने सुझाव दिया कि अन्य देशों की तरह विदेशी हिस्सेदारी की सीमा 49 प्रतिशत को पार करने पर शेयरों को जब्त कर उन्हें घरेलू निवेशकों को बेचा जाना चाहिए. स्मरण रहे कि केंद्र सरकार नेशनल एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया में अपनी 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की कोशिश कर रही है.लेकिन कड़े नियमों के कारण कोई भी भारतीय कम्पनी इसे नहीं खरीद रही है . यह भी देखें क्यों नहीं हो पा रही एयर इंडिया की डील ? एयर इंडिया को खरीदने में स्विस कम्पनी इच्छुक