नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की सबसे अधिक मार एयरलाइन सेक्टर पर पड़ी है। किन्तु आर्थिक संकट से जूझ रही सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया ने कमाल कर दिखाया है। एयरलाइन ने कोरोना महामारी के संकटकाल में अपने सैलरी खर्च में लगभग आधी कमी की है। अप्रैल माह तक कंपनी का वेतन खर्च 230 करोड़ रुपए था। अब यह 120 करोड़ रुपए रह गया है। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि कंपनी ने सैलरी खर्च में कटौती के लिए कई कदम उठाए हैं और यह कदम कामकाज सामान्य होने तक जारी रहेंगे। अधिकारियों के मुताबिक, कर्मचारियों की तादाद में 15 फीसद कमी की गई है। पायलटों के उड़ान भत्ते में कटौती की गई है और सेवानिवृत्ति के बाद कॉन्ट्रैक्ट पर जॉब कर रहे लोगों को निकाला गया है। इनके कारण सैलरी खर्च में कमी आई है। कंपनी की तरफ से बताया गया है कि अप्रैल में वेतन खर्च 229.75 करोड़ रुपए था जो कि सितंबर में घटकर महज 120 करोड़ रुपए रह गया। आपको बता दें कि एयरलाइन ने कोरोना काल के दौरान कर्मचारियों को बगैर वेतन के अवकाश पर जाने का विकल्प दिया था, किन्तु ज्यादातर लोगों ने इस विकल्प को नहीं चुना। वहीं, सरकार का एयर इंडिया को बेचने का प्लान है। इसी कारण एयरलाइन लागत कम करने की कोशिश कर रही है। कंपनी पहले भी वार्षिक लागत 1500 करोड़ रुपए कम कर चुकी है। एयर इंडिया 26 अक्टूबर से शुरू करेगी जर्मनी के लिए उड़ानें अमेजन पर इन ब्रांडेड वॉच पर मिल रही है 80% की छूट भारत ने कोविड-19 के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए उठाए कई कदम