अब 2019 लोकसभा चुनाव को ज्यादा दिन नहीं बचे है, लेकिन विपक्षी खेमे में अब तक प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर एकमत नहीं हो पाई है. वहीं एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार को अक्सर पार्टी के कार्यकर्ता भविष्य का प्रधानमंत्री कहते नजर आए हैं. अब इसी बीच महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार ने बीते रविवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से पार्टी अध्यक्ष शरद पवार को भविष्य का प्रधानमंत्री कहने से परहेज करने के लिए कहा है. उनका कहना है कि, ‘कुछ लोगों को यह पसंद नहीं आ सकता है.’ जी हाँ, बीते कल बारामती तालुक में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अजीत ने कार्यकर्ताओं से यह अपील की कि वह सभी 'उन्हें महाराष्ट्र का भावी मुख्यमंत्री' ना कहें. राज्य में अगले साल अक्टूबर में चुनाव होने वाला है.जो पार्टी सबसे अधिक सीट जीतेगी, उसी पार्टी से चुना जाएगा प्रधानमंत्री'' इसी के आगे बात करते हुए उन्होंने कहा, ''कुछ लोग मुझे राज्य का भावी मुख्यमंत्री कहते हैं. मैं उनसे अनुरोध करना चाहूंगा कि आप यह सब चीजें ना कहें. जमीन पर रहें और धैर्य पूर्वक आगे बढ़ें. हमारा मुख्य उद्देश्य है कि एनसीपी और कांग्रेस अधिकतम सीटें जीते. जो पार्टी 2019 के चुनाव में सबसे अधिक सीटें जीतेगी, प्रधानमंत्री उम्मीदवार भी उसी पार्टी का होगा. कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है कि बाकी पार्टियां ये सोचने लगे कि अगर एनसीपी सबसे अधिक सीट जीत जाती है तो प्रधानमंत्री भी उन्हीं के पार्टी का बनेगा, ऐसे में एनसीपी के उम्मीदवारों को ही हरा दें. इसलिए ना ही शरद पवार और ना ही मुझे देश का भावी प्रधानमंत्री और राज्य का भावी मुख्यमंत्री घोषित करिए.'' इसी के साथ पवार ने कार्यकर्ताओं से 2019 के चुनावों के लिए तैयार रहने रहने के बारे में बात की. जब शपथ ग्रहण समारोह में गहलोत को मोदी ने लगाया था गले... मोदी पर दाग लगाने में जुटी है कांग्रेस : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चिराग पासवान ने मंदिर को बताया भाजपा का एजेंडा