मुंबई: NCP नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भाजपा में सम्मिलित होने की अटकलों पर चुप्पी तोड़ी है। अजित पवार ने कहा कि वे NCP में हैं तथा NCP में ही रहेंगे। NCP जो भी तय करेगी, मैं वहां रहूंगा। अजित पवार ने प्रधानमंत्री मोदी के करिश्मे की प्रशंसा कर दी थी। इतना ही नहीं, उन्होंने EVM पर भी विश्वास व्यक्त किया था। तत्पश्चात, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने NCP को NDA में आने का आमंत्रण दे दिया था। तब से महाराष्ट्र में तमाम प्रकार के अनुमान लगाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं खबरें सामने आई थीं कि अजित पवार ने NCP विधायकों की बैठक बुलाई थी। वे NCP सुप्रीमो शरद पवार एवं सांसद सुप्रिया सुले की पुणे की रैली में भी सम्मिलित नहीं हुए थे। इन सब घटनाओं के बाद उनके भाजपा में जाने की अटकलों को बल मिल गया। बताया जा रहा है कि अजित पवार NCP के 53 में से 30-34 विधायकों के साथ मिलकर शिंदे-फडणवीस सरकार का हिस्सा बन सकते हैं। कहा जा रहा है कि अजित पवार NDA में सम्मिलित होने के लिए पार्टी में समर्थन जुटा रहे हैं। अजित की इस मुहीम में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे जैसे NCP नेताओं ने समर्थन किया है। हालांकि, NCP प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल सहित कई नेता इसके पक्ष में नहीं हैं। सूत्रों का दावा है कि अजित गुट ने शरद पवार से मुलाकात की तथा उन्हें इसकी खबर दी है कि NCP विधायक बीजेपी के साथ गठबंधन करने के इच्छुक हैं। हालांकि शरद पवार ने भाजपा-शिंदे के साथ गठबंधन करने से मन कर दिया। वही अजित पवार ने कहा था कि खबरें चल रही हैं कि मैंने बैठक बुलाई, मगर ये पूरी तरह गलत है। मैंने कोई बैठक नहीं बुलाई है। रैली में न सम्मिलित होने को लेकर उन्होंने बताया था कि वे लू लगने से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों एवं बीमार लोगों से मुलाकात करने के लिए चिकित्सालय में थे। ऐसे में पुणे की रैली में सम्मिलित नहीं हो पाए। 'कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने के केस कांग्रेस पार्टी लड़ेगी', दिग्विजय सिंह ने लिया बड़ा फैसला पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया बड़ा आव्हान 'बस समय का इंतज़ार, बंगाल में बनेगी भाजपा सरकार..'- दिलीप घोष का बड़ा दावा