समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह किसानों के लिए सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य को फिर से लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए एक किसान रिवॉल्विंग फंड स्थापित करेंगे कि उन गन्ना बकाया का भुगतान किया जाए, साथ ही उन्हें मुफ्त सिंचाई, ऋण, पेंशन और बीमा प्राप्त करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाए। उन्होंने आगे कहा कि किसानों के खिलाफ दर्ज सभी मामलों को खारिज कर दिया जाएगा और आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा। यादव के अनुसार, यह सब समाजवादी पार्टी के घोषणापत्र में शामिल किया जाएगा। 3 अक्टूबर, 2021 को लखीमपुर कार्यक्रम में घायल हुए किसान नेता तजिंदर विर्क ने मुट्ठी भर गेहूं और चावल के साथ "किसानों पर अत्याचार करने वालों" से लड़ने का संकल्प व्यक्त किया। अखिलेश यादव ने लखीमपुर की घटना की तुलना जलियांवाला बाग हत्याकांड से करते हुए कहा कि भाजपा ने निर्दोष किसानों को कुचलकर एक अक्षम्य कार्य किया है। उन्होंने कहा कि किसानों की एकता ने भाजपा को कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए मजबूर किया। सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा और उसके नेता खुलेआम आदर्श आचार संहिता तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही चुनाव आयोग के पास औपचारिक शिकायत दर्ज कराएंगे और उम्मीद है कि वे उचित कार्रवाई करेंगे। वैक्सीनेशन के एक वर्ष हुए पूरे, जानिए उत्तरप्रदेश में कितने लोगों का हुआ टीकाकरण किसी भी व्यक्ति को टीकाकरण के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता अच्छी खबर! कोरोना महामारी को लेकर एक्सपर्ट्स ने किया ये बड़ा दावा