नईदिल्ली। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तरप्रदेश चुनाव के प्रचार के दौर में कई तरह की घोषणाऐं की हैं। इस दौरान सीएम अखिलेश यादव ने घोषणा की कि उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति वर्ग में स्थान दिया गया है। अखिलेश सरकार के मंत्रिमंडल द्वारा इस तरह के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सरकार ने घोषणाऐं की थीं जिसमें उन्होंने कहा था कि शिक्षकों व कर्मचारियों को चुनावी उपहार दिया गया था। राज्य कर्मचारियों की ही तरह शैक्षणिक संस्थाओं, स्वायत्तशासी संस्थाओं और निगम में काम करने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों के मामले में पति व पत्नी दोनों को हाउस रेंट अलाउंस देने की घोषणा की गई। मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने कई वर्गों को प्रसन्न किया है। चुनाव के पहले इसे वोटबैंक जीतने के प्रयास माना जा रहा है। दरअसल उत्तरप्रदेश लोकसेवा और अन्य पिछड़ा वर्ग में अहीर, यादव, यदुवंशी, ग्वाला और भुर्तिया जाति को शामिल किए जाने का निर्णय भी प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लिया है। ऐसे में इसे सपा के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। आचार सहिंता के पहले अखिलेश के ताबड़तोड़ अखिलेश ने कहा, हमारा काम ही है बोलता