लखनऊ: उत्तर प्रदेश की बाँदा जेल में कैद माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें लगातार बढ़ती नज़र रही हैं. अवैध शस्त्र लाइसेंस मामले की जांच में मुख्तार को लेकर एक हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. STF ने बताया है कि, दो साल (2003-04) के अंदर नागालैंड से 28 शस्त्र लाइसेंस उत्तर प्रदेश ट्रांसफर कराए गए थे. अवैध शस्त्र लाइसेंस मामले में STF ने MP-MLA कोर्ट में मुख़्तार के बेटे और विधायक अब्बास अंसारी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. इसमें अवैध तरीके से शस्त्र लाइसेंस प्राप्त करने, विदेश से हथियार लाने और बिना इजाजत लाइसेंस पर आठवां शस्त्र चढ़वाने के आरोपों की पुष्टि की गई है. STF अब इन लाइसेंसों से जुड़े दस्तावेज जुटा रही है. आगे की कार्रवाई में ये आंकड़ा बढ़ भी सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, यह पूरा खेल मुख्तार अंसारी के गैंग के माध्यम से किया गया, जिनकी नागालैंड के शासन-प्रशासन के साथ ही यूपी सरकार में भी गहरी पैठ थी. समजवादी पार्टी (सपा) MLA अभय सिंह के साले संदीप सिंह को STF ने अवैध शस्त्र लाइसेंस मामले में अरेस्ट कर जेल भेजा था. STF ने खुलासा किया था कि संदीप सिंह ने नागालैंड में फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाकर वहां के मुख्य सचिव से NOC ली और फिर लखनऊ के पते पर उन हथियारों को ट्रांसफर करवा लिया. रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ का एड्रेस मुख्तार अंसारी का ठिकाना था. सूत्रों के अनुसार, जांच में सामने आया है कि वर्ष 2003-2004 के बीच लगभग 28 शस्त्र लाइसेंस इसी प्रकार से NOC लेकर यूपी ट्रांसफर करवाए गए. उस समय यूपी में अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार थी और मुख़्तार के कई सपा नेताओं के साथ करीबी संबंध थे। यहाँ तक कि अखिलेश यादव और शिवपाल यादव से भी उसके संपर्क बताए जाते हैं। अब जांच एजेंसी को कुछ ऐसे सबूत मिले हैं, जिससे पता चला है कि मुख्तार के गैंग ने ये सभी फर्जी लाइसेंस बनवाए. मुख्तार पहले ही चार मामलों में सजा काट रहा है. ऐसे में मुख्तार की मुश्किलें बढ़नी तय मानी जा रही हैं. '..तो 8-10 सालों के लिए जेल जाएंगे केजरीवाल..', कांग्रेस नेताओं ने बताया AAP क्यों कर रही अध्यादेश का विरोध ? 'राहुल गांधी बेरोज़गार हैं, इसका ये मतलब नहीं कि पूरा देश बेरोज़गार है..', के अन्नामलाई का डायरेक्ट अटैक Wrestlers Protest: पहलवानों के समर्थन में आयोजित हुई खाप महापंचायत, आपस में ही लड़ पड़े चौधरी, Video