उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अधिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों की चौपाल से गांवों के लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो रही है. अखिलेश के मुताबिक सरकारी अमले की भाग दौड़ से गांव के लोग अपने जरूरी काम भी नहीं कर पा रहे हैं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ये टिप्पणी भाजपा सरकार के मंत्रियों और पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की इन दिनों चल रहीं रात्रि चौपालों के विरोध में की. एक समाचार एजेंसी से बातचीत में अखिलेश ने कहा कि, 'गांवों में विकास कार्य पहले से ही रूके हुए हैं. चौपाल लगने से कोई सकारात्मक परिणाम भी नहीं निकल रहे हैं. लोगों की शिकायतें कार्यवाही के बिना अनसुनी ही रह जाती हैं.' अखिलेश ने कहा कि, 'भाजपा सरकार ने चौपाल की बहुत चर्चा की है लेकिन उसके नतीजे सिफर हैं. उपमुख्यमंत्री की चौपाल में कई प्रमुख अधिकारी नदारद रहे. अब अधिकारी मंत्रियों की सुनने को भी तैयार नहीं तो अंदाजा लग जाता है कि इस सरकार के क्या हाल हैं. यह भी विडम्बना है कि मंत्रिमंडल के सहयोगी मंत्री और विधायक खुद अपनी ही सरकार और अपने मुख्यमंत्री की भी खिलाफत कर रहे हैं." भाजपा की किसान नीति की आलोचना करते हुए सपा सुप्रीमों ने कहा कि, 'अखिलेश ने कहा कि भाजपा को अगर किसानों की चिंता होती तो वे फसल कटाई के मौसम में गांवों में अव्यवस्था फैलाने का उपक्रम नहीं करते. भाजपा ने गांव और किसान को बर्बाद करने का कोई मौका नहीं छोड़ा है.' अखिलेश ने यह भी कहा कि किसानों में केंद्र की मोदी सरकार के प्रति गहरा आक्रोश है जिसका खाबियाजा बीजेपी को भुगतना पड़ेगा. बिखरे रिश्तों के बावजूद आजादी के बाद पहली बार साथ होंगे भारत-पाकिस्तान 'जन आक्रोश रैली' की सफलता से गदगद हुई कांग्रेस अधोसंरचना में लुधियाना बनेगा नंबर वन