लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपनी कैबिनेट की पहली ही बैठक में प्रदेश के किसानों को जो एक लाख रुपये तक की कर्ज माफ़ी दी गई उसे पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ऊंट के मुंह में जीरा बताते हुए किसानों के साथ धोखा बताया. उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा जैसे ही किसानों के कर्जमाफी के निर्णय की घोषणा की गई अखिलेश यादव की तरफ से ट्वीट किया गया. अखिलेश ने ट्वीट किया कि वादा पूर्ण कर्ज माफी का था, किसी सीमा का नहीं. एक लाख की सीमा से करोड़ों किसान ठगा सा महसूस कर रहे हैं. ये गरीब किसानों के साथ धोखा है. जबकि सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रेसवार्ता में दावा किया कि यूपी के 92.5 फीसदी यानी 2 करोड़ 15 लाख लघु और सीमांत किसानों का कर्ज माफ किया गया है. इन किसानों पर अधिकतम एक लाख रुपये तक का कर्ज था. हालांकि बाद में जारी प्रेसनोट में सरकार ने 86 लाख किसानों का कर्ज माफ करने की बात कही. बता दें कि योगी सरकार के इस फैसले की जहाँ कांग्रेस ने आलोचना की वहीं शिव सेना ने तारीफ़ की. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कदम अच्छा है, पर अर्धसत्य है. ऊंट के मुंह में जीरा, नहीं हुआ वादा पूरा. हर कर्जदार किसान के हिस्से सिर्फ 16000 रुपये आए हैं. सरकार कैसे लाख रुपये का दावा कर रही है, वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान किए गए वादे पहली कैबिनेट बैठक में पूरा करना गर्व का विषय है. महाराष्ट्र के सीएम को भी ऐसा करना चाहिए. यह भी देखें सपा नेता शिवपाल यादव आज करेंगे CM योगी से मुलाक़ात योगी सरकार का किसानों को तोहफा