लखनऊ : आखिर सपा में मचे पारिवारिक झगड़े का सुखद समाधान हो गया. सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के सामने तय हुई शर्तों के अनुसार अपना फैसला बदलते हुए सीएम अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव को उन्हें पूर्व में दिए गए सभी विभाग लौटा दिए और आरोपी बर्खास्त खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को भी मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया. मुख्यमंत्री ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा कि शिवपाल सिंह यादव को उनके विभाग वापस कर दिए जाएंगे। अखिलेश ने अपने एक और ट्वीट में बताया कि उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप में गत 12 सितंबर को बर्खास्त किए गए गायत्री प्रजापति को मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल करने पर रजामंदी दे दी है. बता दें कि 13 सितंबर 2016 को अखिलेश को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर यह जिम्मेदारी शिवपाल यादव को दी गई थी. इसके रिएक्शन में अखिलेश ने शिवपाल से लोक निर्माण, राजस्व तथा सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभाग वापस ले लिए थे. उसके बाद शिवपाल ने गुरुवार की रात को मंत्री पद के साथ-साथ सपा के प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था. गौरतलब है कि पार्टी में मचे घमासान के बीच सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने स्थिति संभालने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और शिवपाल यादव से मुलाकात की थी.माना जा रहा है कि इस बैठक में शिवपाल यादव के सभी विभाग वापस दिए जाने का फैसला किया गया था जबकि मुलायम सिंह यादव ने गायत्री प्रजापति की बर्खास्तगी रद करने का फैसला शुक्रवार दोपहर सपा प्रदेश मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए किया था. प्रजापति को प्रदेश में अवैध खनन को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगने के बाद मुख्यमंत्री ने गत 12 सितंबर को बर्खास्त कर दिया था. अच्छे दिन से परेशान हो गई है भाजपा नहीं है बच्चन - गांधी परिवार के बीच कोई दरार, सिर्फ वादे पुरे नहीं करने का अफ़सोस