लखनऊ: लखीमपुर हिंसा के बाद विपक्ष खासा उत्साहित नज़र आ रहा है. दरअसल, उन्हें राज्य की सरकार पर हमला करने के लिए एक बड़ा मुद्दा मिल गया है. समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव किसानों के मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर हैं. लखीमपुर मामले के बाद हालात बदले सियासत का तरीका बदला, तो अल्पसंख्यकों को केंद्र में रखकर सियासत करने वाले लोग भी बदल गए। अब नरम हिंदुत्व का दौर शुरू हो गया है और अखिलेश भी इसी राह पर चल पड़े हैं. अखिलेश ने खुद को हिन्दू सरोकारों से जोड़ते हुए अपने चुनावी अभियान की शुरुआत नवरात्र से की है. अखिलेश ने कानपुर में गंगा किनारे से विजय रथ यात्रा का आगाज़ कर माँ गंगा में अपनी आस्था का संकेत देने का भी प्रयास किया है. सपा प्रमुख का विजय रथ कानपुर देहात जालोंन और हमीरपुर पहुंचेगा, जँहा से कानपुर देहात जाने का प्रोग्राम है. मंगलवार को अखिलेश यादव की विजय रथयात्रा को 5 वर्ष के बच्चे ‘खजांची’ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. बता दें कि वर्ष 2016 में नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन में खजांची का जन्म हुआ था. बैंक की लाइन में जन्म लेने की वजह से बच्चे का नाम खजांची पड़ा. खजांची का जन्म कानपुर देहात में एक बैंक की कतार में हुआ था. अखिलेश यादव प्रति वर्ष खजांची का जन्म मनाते हैं. पहले दौर में अखिलेश अवध और बुंदेलखंड मैं लोगो की नब्ज टटोल कर सपा के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास करेंगे. बता दें कि अखिलेश ने ही आज से चुनावी बिगुल नहीं फूंका है, बल्कि समझौते की डेडलाइन गुजर जाने के बाद चाचा शिवपाल ने भी आज से सामाजिक परिवर्तन यात्रा का आगाज़ कर दिया है. शिवपाल यादव ने मथुरा में बांके बिहारी का आशीर्वाद लेकर अपनी पार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी है. शिवपाल यादव के साथ कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णन भी रथ पर मौजूद थे. बता दें कि प्रमोद कृष्णन फिलहाल कांग्रेस में है, किन्तु इसके बाद भी शिवपाल यादव के साथ उनकी मौजदगी ने नई अटकलों को जन्म दे दिया है. प्रमोद सिर्फ रथ में ही सवार नही थे, बल्कि उन्होंने रथ से धर्म ध्वजा भगवा पताका दिखाकर इस अभियान को कामयाब बनाने की कामना भी की। यूपी से बिहार पहुंची लखीमपुर की 'आग', हो रहा है 'मौन' प्रहार 20 अक्टूबर को बिहार जाएंगे लालू यादव, जानिए वजह इराकी प्रधानमंत्री का बड़ा बयान, कहा- "इराकी बलों ने इस्लामिक स्टेट के वरिष्ठ नेता को पकड़ा..."