लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसप) के मध्य गठबंधन की घोषणा करते हुए पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि वर्तमान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने भगवान राम और श्रीकृष्ण के जन्म स्थान वाले राज्य में सांप्रदायिकता फैला दी है. अस्पतालों में लोगों की जाति पूछकर उनका इलाज किया जा रहा है. राज्य में जातिवाद का आलम यह है कि, भाजपा वाले अब भगवान को भी जाति में विभाजित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गरीब और दलित की बहू-बेटियों की अस्मत तार-तार हो रही है. 38-38 सीटों पर लड़ेगी सपा और बसपा, गठबंधन से बाहर हुई कांग्रेस सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा साथ मिलकर भाजपा को मात देंगे. यह गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए नहीं बल्कि भाजपा के अत्याचार से लड़ने के लिए किया गया है. उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि भाजपा वाले उन्हें धन की ताकत दिखाकर गुमराह करने की कोशिश करेंगे, लेकिन उन्हें एकजुट ही रहना है. उन्होंने कहा कि सपा कार्यकर्ता बसपा के कार्यकर्ताओं के साथ एकजुट होकर भाजपा को हराने के लिए कार्य करें. अखिलेश ने कहा कि आज से आदरणीय मायावती का सम्‍मान ही मेरा सम्‍मान है और मायावती जी का अपमान ही मेरा अपमान होगा. महाधिवेशन में बोले गडकरी, पिछली सरकार की विशेषता थी भ्रष्टाचार अखिलेश यादव ने कहा है कि इस गठबंधन का आगाज़ उसी समाय हो गया था, जब भाजपा के कुछ नेताओं ने बसपा प्रमुख मायावती पर अभद्र टिप्पणी की थी. लेकिन भाजपा ने उन्हें दंडित करने के बजाए ऊंचे पदों पर बैठा दिया. अखिलेश यादव ने सपा कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि आज से जान लें कि मायावती की प्रतिष्ठा को बचाना उनका कर्तव्य है. उन्होंने इस गठबंधन के लिए पूरी प्रेस वार्ता में मायावती का पांच बार शुक्रिया अदा किया. खबरें और भी:- वीडियो: कुंवर जगत सिंह का विवादित बयान, कहा पत्थर का जवाब AK-47 से दूंगा इस कारण आपातकाल घोषित करने की जल्दबाजी नहीं करेंगे ट्रंप पार्टी में एक शनि है, जिसने मेरा राजनितिक करियर बर्बाद किया - एकनाथ खड़से